: बाघ ने 12 साल के बच्चे को मार डाला: MP में जबड़े में दबाकर झाड़ियों में ले गया, नाले में मिला शव
MP CG Times / Sat, Apr 12, 2025
MP Tiger kills 12-year-old boy: एमपी के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक बाघ ने 12 साल के बच्चे पर हमला कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। बच्चे का शव एक नाले से बरामद किया गया। यह घटना शनिवार सुबह की है। मृतक का नाम विजय कोल है। वह पिपरिया का रहने वाला है। विजय अपने दादा और चाचा के साथ धमोखर क्षेत्र के जंगल में महुआ बीनने गया था।
इसी दौरान झाड़ियों से अचानक एक बाघ निकल आया और उस पर हमला कर दिया। बाघ उसे अपने जबड़े में पकड़कर झाड़ियों में ले गया। बच्चे के दादा द्वारा दी गई सूचना पर ग्रामीण और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम मौके पर पहुंची। सभी ने मिलकर जंगल में तलाशी ली। विजय का शव एक नाले में पड़ा मिला।
दादा-चाचा चिल्लाए, बाघ बच्चे को खींच ले गया
विजय घर का इकलौता लड़का था। वह 6वीं कक्षा में पढ़ता था। उसकी एक बहन भी है। जब बाघ ने उस पर हमला किया तब दादा और चाचा संजय भी वहीं पर महुआ बीन रहे थे। उन्होंने देखा तो शोर मचाने लगे। लेकिन बाघ विजय को झाड़ियों ले गया। शोर की आवाज सुनकर वन विभाग की टीम बाघ के पीछे दौड़ी। जिसके बाद बाघ बच्चे को नाले में छोड़कर जंगल की ओर चला गया।
परिक्षेत्र अधिकारी विजय श्रीवास्तव ने बताया-
पिपरिया गांव के जंगल में बने कैंप के पास बिदुरिया गांव के लोग महुआ बीनने गए थे। जंगल में पूरा स्टाफ सर्चिंग कर रहा था। शोर की आवाज के बाद स्टाफ जब मौके पर पहुंचा तो बताया गया कि बाघ बच्चे को खींच कर ले गया है। सर्चिंग में बालक का शव नाले में मिला है।
सरपंच बोले- बाघ की मौजूदगी से गांव में दहशत
पिपरिया गांव के सरपंच राजू ने बताया कि जंगल में बाघ की जानकारी से गांव में दहशत का है। बच्चे की मौत हो गई है। परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व वालों को बाघिन को गांव के पास से दूर करना चाहिए
Read More- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanista Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS
दादा-चाचा चिल्लाए, बाघ बच्चे को खींच ले गया
विजय घर का इकलौता लड़का था। वह 6वीं कक्षा में पढ़ता था। उसकी एक बहन भी है। जब बाघ ने उस पर हमला किया तब दादा और चाचा संजय भी वहीं पर महुआ बीन रहे थे। उन्होंने देखा तो शोर मचाने लगे। लेकिन बाघ विजय को झाड़ियों ले गया। शोर की आवाज सुनकर वन विभाग की टीम बाघ के पीछे दौड़ी। जिसके बाद बाघ बच्चे को नाले में छोड़कर जंगल की ओर चला गया।
परिक्षेत्र अधिकारी विजय श्रीवास्तव ने बताया-
पिपरिया गांव के जंगल में बने कैंप के पास बिदुरिया गांव के लोग महुआ बीनने गए थे। जंगल में पूरा स्टाफ सर्चिंग कर रहा था। शोर की आवाज के बाद स्टाफ जब मौके पर पहुंचा तो बताया गया कि बाघ बच्चे को खींच कर ले गया है। सर्चिंग में बालक का शव नाले में मिला है।
सरपंच बोले- बाघ की मौजूदगी से गांव में दहशत
पिपरिया गांव के सरपंच राजू ने बताया कि जंगल में बाघ की जानकारी से गांव में दहशत का है। बच्चे की मौत हो गई है। परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व वालों को बाघिन को गांव के पास से दूर करना चाहिए
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