करूर भगदड़ के बाद विजय की तमिलनाडु में पहली रैली : Vijay Thalapathy की रैली में 35,000 लोग पहुंचे, एक्टर बोले- DMK और दिक्कतें आपस में अच्छी दोस्त
MP CG Times / Thu, Dec 18, 2025
करूर भगदड़ के बाद एक्टर और तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) प्रमुख विजय ने गुरुवार को तमिलनाडु में अपनी पहली बड़ी पब्लिक रैली की। इस दौरान उन्होंने डीएमके पर तीखा हमला करते हुए कहा कि DMK और समस्याएं अच्छे दोस्तों की तरह हैं, जो एक-दूसरे से अलग नहीं रह सकते। विजय ने साफ शब्दों में कहा कि अब यह लड़ाई Politics में अच्छाई और बुराई के बीच की है।
यह रैली तमिलनाडु के ईरोड में आयोजित की गई थी। 27 सितंबर को करूर में हुई भगदड़ के बाद यह राज्य में विजय की पहली बड़ी रैली मानी जा रही है। करूर भगदड़ में 41 लोगों की मौत हुई थी, जिस मामले में विजय के खिलाफ कोर्ट में केस भी चल रहा है। इस रैली में करीब 35,000 लोग शामिल हुए, जिससे Public Rally को लेकर प्रशासन पहले से सतर्क नजर आया।

रैली के दौरान उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक समर्थक अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा। मौके पर मौजूद मेडिकल टीम ने तुरंत उसे एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज जारी है। इस घटना के बावजूद रैली शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ी और विजय ने मंच से अपना संबोधन जारी रखा, जिसे Crowd Management के लिहाज से अहम माना गया।
अपने भाषण में विजय ने कहा कि दिवंगत मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन और जे जयललिता भी डीएमके को ‘थीया शक्ति’ यानी बुरी ताकत कहते थे, जबकि TVK ‘थोया शक्ति’ यानी अच्छी ताकत है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु चुनाव 2026 में मुकाबला TVK की अच्छाई और DMK की बुराई के बीच होगा। विजय के इस बयान को Tamil Nadu Politics में एक बड़ा सियासी संदेश माना जा रहा है।

विजय ने कानून-व्यवस्था, कृषि संकट और आम जनता से जुड़े मुद्दों पर डीएमके सरकार को घेरा। साथ ही उन्होंने अन्नादुरई और एमजीआर को अपनी प्रेरणा बताते हुए कहा कि ये नेता किसी एक पार्टी की निजी संपत्ति नहीं हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आने वाले समय में और बड़े नेता TVK से जुड़ सकते हैं, जो Political Strategy का हिस्सा है।
रैली को लेकर पुलिस ने आयोजकों को सख्त शर्तों के साथ अनुमति दी थी। कुल 84 शर्तें रखी गई थीं, जिन्हें पूरा करने के बाद ही परमिशन मिली। ग्राउंड को 72 सेक्शन में बांटा गया था और भीड़ नियंत्रण के लिए चार स्तर की बैरिकेडिंग की गई थी। सुरक्षा इंतजामों को देखते हुए यह रैली Security Measures के लिहाज से भी चर्चा में रही।

करूर भगदड़ की घटना के बाद TVK ने कुछ समय के लिए बड़ी रैलियों पर रोक लगा दी थी। इसके बाद सीमित कार्यक्रमों के जरिए पार्टी ने अपनी गतिविधियां जारी रखीं। अब ईरोड की इस रैली को TVK की वापसी के तौर पर देखा जा रहा है, जिसने पार्टी को फिर से Political Momentum देने का काम किया है।
गौरतलब है कि विजय ने 2 फरवरी 2024 को TVK की स्थापना की थी और 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। पार्टी की बैठक में विजय को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है। ऐसे में यह रैली साफ संकेत देती है कि TVK अब पूरी ताकत के साथ Election Campaign में उतर चुकी है।
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