: Justice Sanjiv Khanna देश के 51वें चीफ जस्टिस बने: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ, जानिए कितने महीने बाद होंगे रिटायर ?
MP CG Times / Mon, Nov 11, 2024
CJI Sanjiv Khanna Oath Ceremony Photos Update; DY Chandrachud | Supreme Court: जस्टिस संजीव खन्ना देश के 51वें चीफ जस्टिस बन गए हैं। सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में शपथ दिलाई। भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को रिटायर हुए थे।
गौरतलब है कि Justice Sanjiv Khanna का कार्यकाल सिर्फ 6 महीने का होगा। 64 वर्षीय जस्टिस खन्ना 13 मई 2025 को रिटायर होंगे। सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर जस्टिस खन्ना ने 65 फैसले लिखे हैं। इस दौरान वे करीब 275 बेंच का हिस्सा रहे हैं।
Justice Sanjiv Khanna के चाचा जस्टिस हंसराज खन्ना भी सुप्रीम कोर्ट में जज थे। हालांकि, सीनियर होने के बावजूद उन्हें चीफ जस्टिस नहीं बनाया गया क्योंकि उन्होंने इंदिरा सरकार की इमरजेंसी का विरोध किया था।
CJI Sanjiv Khanna Oath Ceremony Photos Update; DY Chandrachud | Supreme Court: उनकी जगह जस्टिस एमएच बेग को सीजेआई बनाया गया। जस्टिस हंसराज ने विरोध में सुप्रीम कोर्ट के जज के पद से इस्तीफा दे दिया था।
पिता दिल्ली हाई कोर्ट के जज थे, चाचा सुप्रीम कोर्ट के जज थे
संजीव खन्ना की विरासत वकालत की रही है। उनके पिता देवराज खन्ना दिल्ली हाई कोर्ट के जज रह चुके हैं। चाचा हंसराज खन्ना सुप्रीम कोर्ट के मशहूर जज थे। उन्होंने इंदिरा सरकार द्वारा आपातकाल लगाए जाने का विरोध किया था। उन्होंने राजनीतिक विरोधियों को बिना सुनवाई के जेल में डालने पर भी नाराजगी जताई थी।
वरिष्ठता के आधार पर 1977 में उनका चीफ जस्टिस बनना तय माना जा रहा था, लेकिन जस्टिस एमएच बेग को सीजेआई बना दिया गया। इसके विरोध में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से इस्तीफा दे दिया। इंदिरा सरकार गिरने के बाद वे चौधरी चरण सिंह सरकार में 3 दिन के लिए कानून मंत्री भी बने।
जस्टिस संजीव अपने चाचा से प्रभावित थे और उन्होंने वकालत को अपना करियर चुना
CJI Sanjiv Khanna Oath Ceremony Photos Update; DY Chandrachud | Supreme Court: जस्टिस संजीव अपने चाचा से प्रभावित थे, इसलिए उन्होंने 1983 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस लॉ सेंटर से एलएलबी की पढ़ाई की। दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट से वकालत की प्रैक्टिस शुरू की।
फिर वे आयकर विभाग और दिल्ली सरकार के सिविल मामलों के स्टैंडिंग काउंसल भी रहे। आम भाषा में स्टैंडिंग काउंसिल का मतलब सरकारी वकील होता है।
CJI Sanjiv Khanna Oath Ceremony Photos Update; DY Chandrachud | Supreme Court: 2005 में जस्टिस खन्ना दिल्ली हाई कोर्ट के जज बने। जहां उन्होंने 13 साल तक इस पद पर रहे। 2019 में जस्टिस खन्ना को सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर प्रमोट किया गया। हालांकि, उनकी प्रमोशन भी विवादित रही।
CJI Sanjiv Khanna Oath Ceremony Photos Update; DY Chandrachud | Supreme Court: दरअसल, जब 2019 में CJI रंजन गोगोई ने उनके नाम की सिफारिश की तो जस्टिस खन्ना वरिष्ठता में 33वें नंबर पर थे। जस्टिस गोगोई ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट के लिए ज्यादा काबिल बताते हुए प्रमोट किया।
CJI Sanjiv Khanna Oath Ceremony Photos Update; DY Chandrachud | Supreme Court: दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस कैलाश गंभीर ने उनकी नियुक्ति के खिलाफ तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र भी लिखा था। जस्टिस कैलाश ने लिखा था- 32 जजों की अनदेखी ऐतिहासिक गलती होगी।
CJI Sanjiv Khanna Oath Ceremony Photos Update; DY Chandrachud | Supreme Court: इस विरोध के बावजूद राष्ट्रपति कोविंद ने जस्टिस खन्ना को सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस नियुक्त किया। संजीव ने 18 जनवरी 2019 को कार्यभार संभाला।
जस्टिस खन्ना के अनुच्छेद 370, इलेक्टोरल बॉन्ड जैसे बड़े फैसले
सुप्रीम कोर्ट में अपने 6 साल के करियर में जस्टिस खन्ना 450 बेंच का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने 115 फैसले खुद लिखे हैं। इसी साल जुलाई में जस्टिस खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को जमानत दी थी। 8 नवंबर को एएमयू से जुड़े फैसले में जस्टिस खन्ना ने यूनिवर्सिटी को अल्पसंख्यक का दर्जा देने का समर्थन किया था।
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