कार-ट्रक भिड़ंत में कांग्रेस नेता और टीचर की मौत : Sarangarh-Bilaigarh में स्टीयरिंग में फंसी रही लाश, पढ़िए 2 लोगों की मौत की कहानी
Sarangarh-Bilaigarh Road Accident ने एक बार फिर जिले की सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में गुरुवार देर रात एक भीषण road accident में कांग्रेस के युवा नेता और एक शिक्षाकर्मी समेत दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा बिलाईगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत दुम्हारी मोड़ के पास हुआ, जहां एक तेज रफ्तार कार और धान से लदे ट्रक की आमने-सामने टक्कर हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भटगांव की ओर से आ रही कार अचानक मोड़ पर नियंत्रण खो बैठी और सामने से आ रहे ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। यह एक क्लासिक head-on collision था, जिसमें कार सवार दोनों युवकों को संभलने का कोई मौका नहीं मिला।

नशे में थे कार सवार, पहले भी होते-होते बचा हादसा
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कार सवार दोनों युवक शराब के नशे में थे। वे भटगांव क्षेत्र से शराब पीकर बिलाईगढ़ की ओर लौट रहे थे। पीछे चल रहे अन्य वाहन चालकों ने पुलिस को बताया कि जमगहन इलाके में भी ये युवक एक व्यक्ति को टक्कर मारने से बाल-बाल बचे थे। इसे drunk driving case माना जा रहा है, हालांकि शराब सेवन की आधिकारिक पुष्टि मेडिकल रिपोर्ट के बाद होगी।
दूसरी ओर, ट्रक सरसीवां की ओर धान लेकर जा रहा था और उसकी रफ्तार भी अधिक बताई जा रही है। तेज गति और मोड़ पर लापरवाही ने इस fatal road accident को और भी भयावह बना दिया।

स्टीयरिंग में फंसा रहा ड्राइवर का शव
हादसे की सूचना मिलते ही बिलाईगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी शिव कुमार धारी ने बताया कि कार चला रहे युवक का शव स्टीयरिंग में बुरी तरह फंसा हुआ था। पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से काफी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला गया। यह दृश्य इतना भयावह था कि मौके पर मौजूद लोग सहम गए।
दोनों शवों को तत्काल अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह on-the-spot death का मामला है।

मृतकों की पहचान: कांग्रेस नेता और शिक्षाकर्मी
हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान यशवंत कुमार टंडन (37 वर्ष) और रूपेंद्र कुमार देवांगन (35 वर्ष) के रूप में हुई है।
यशवंत कुमार टंडन ग्राम ताड़ापारा (बिलाईगढ़) के निवासी थे और कांग्रेस के सक्रिय युवा नेता थे।
रूपेंद्र कुमार देवांगन बिलाईगढ़ के रहने वाले थे और शिक्षा विभाग में सहायक ग्रेड-2 के पद पर कार्यरत थे।
दोनों की असमय मौत से इलाके में शोक की लहर है। Political leader death और teacher death in accident की खबर से सामाजिक और राजनीतिक हलकों में भी गहरा दुख है।
लगातार हो रहे हादसों से बढ़ी चिंता
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में सड़क दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पिछले दो दिनों में बिलाईगढ़ थाना क्षेत्र में यह दूसरा बड़ा हादसा है। इससे पहले भी एक सड़क हादसे में एक व्यक्ति की जान जा चुकी है और एक गंभीर रूप से घायल हुआ था। यह स्थिति जिले में road safety crisis की ओर इशारा कर रही है।

बाइक सवार को ट्रक ने कुचला, एक की मौत
इसी जिले में 24 दिसंबर की शाम एक और दर्दनाक हादसा हुआ था। पचरी मोड़ से पथरिया मोड़ के बीच तेज रफ्तार कार ने बाइक को पीछे से टक्कर मार दी। इसके बाद बाइक सवार ट्रक की चपेट में आ गया। इस hit and run style accident में महासमुंद जिले के सोनासिल्ली निवासी विनोद कुमार लहरे (32) की मौके पर ही मौत हो गई।
उनके साथ बाइक पर सवार साढ़ू भाई हेतराम भारती गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें पहले बिलाईगढ़ अस्पताल और बाद में हालत नाजुक होने पर बिलासपुर रेफर किया गया।
सवाल वही—कब थमेगा मौत का सफर?
लगातार हो रही road accidents in Chhattisgarh, नशे में ड्राइविंग और तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण की कमी एक गंभीर चेतावनी है। पुलिस जांच जारी है, लेकिन यह हादसा एक बार फिर साबित करता है कि लापरवाही, शराब और रफ्तार मिलकर सड़क को मौत का रास्ता बना देते हैं।
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