IGNTU में ‘नतमस्तक’ हुई खाकी ! आरोपी से पूछताछ करने बिना अनुमति छात्रावास में घुसी पुलिस, भड़क पड़े छात्र, SI ने लिखित में मांगी माफी, देखिए बिन कप्तान के पुलिस का ये VIDEO…
अनूपपुर। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक हमेशा से सुर्खियों में रहा है. आए दिन यहां कोई न कोई कांड होते रहता है. चाहे वो प्रोफेसरों का हो या फिर छात्रों का विवाद. अक्सर जिले में IGNTU कांड की गूंज रहती है. इसी बीच पुलिस की एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जहां पुलिस बिना अनुमति के छात्रावास में घुसती है और फिर खाकी छात्रों के सामने नतमस्तक हो जाती है. ऐसा हम नहीं बिना प्लानिंग और बिन कप्तान के घूम रही पुलिस का ये वीडियो कह रहा है. जो आज जिले में पुलिस की फजीहत से कम नहीं है. SI ने लिखित में माफी मांगी है.
दरअसल, IGNTU अमरकंटक के गोविंद गुरु बालक छात्रावास में 27 नवंबर की शाम अमरकंटक थाने में केस दर्ज हुआ. मामले को लेकर पुलिस विवेचना के लिए विश्वविद्यालय के छात्रावास जा पहुंची. जहां घटनास्थल में नक्शा बनाने और आरोपी से पूछताछ करने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय के छात्रावास में आई. पुलिस को देखकर छात्रावास में रहने वाले छात्रों ने पुलिस को घेर लिया.
विश्वविद्यालय प्रबंधन के बिना अनुमति के आई पुलिस से वाद-विवाद होने लगा. हालात यहां तक पहुंच गए कि छात्रों के दबाव में पुलिस दल के साथ आए हुए सब इंस्पेक्टर ने इसे अपनी भूल मानते हुए वहां उपस्थित छात्रों से लिखित में माफी मांगी. इस बात का आश्वासन भी दिया कि भविष्य में विश्वविद्यालय प्रबंधन से पूछकर अनुमति में से ही आएंगे.
विश्वविद्यालय में वायरल वीडियो के अनुसार पहले तो छात्रों ने पुलिस को रोका, फिर लिखित माफी मंगवाई, फिर बिना मामले की विवेचना किए बैरंग वापस लौटा दिया. छात्रों का दबाव इतना अधिक था कि अमरकंटक पुलिस बिना उक्त मामले की जांच किए ही लौट गई.
देखिए वीडियो
अब यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिस वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि अमरकंटक थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर गुलाटिया द्वारा लिखित भूल मानते हुए उसे पढ़कर छात्रों को सुना रहे हैं. छात्र अपनी जीत पर ताली बजाते हुए मजबूर पुलिस को छोड़ते हुए खुशी मनाते दिख रहे हैं.
अनूपपुर पुलिस की यह फजीहत इसलिए हो रही है कि बिना कप्तान के 10 दिनों से अनूपपुर पुलिस चल रही है. किसी भी क्षेत्र की पुलिस का इतना लाचार होना, उस क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था के लिए सही नहीं है. उक्त घटना में अमरकंटक पुलिस की गलती कहें या आनन-फानन में सामान्य से मामले में छात्रावास में घुस जाना, बिना उसके जांच के लौटना और छात्रों से माफी मांगना पुलिस की किसी फजीहत से कम नहीं है.
मामले के बारे में प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरु गोविंद बालक छात्रावास रहने वाले 1 छात्र जिसका नाम सोना बाबू तिवारी बताया जा रहा है. उसका विवाद विगत 2 सप्ताह पहले उज्जवल मिश्रा नाम के लड़के के साथ हुआ, जिसकी शिकायत सोना बाबू तिवारी ने अमरकंटक थाने में की थी. इस पर अमरकंटक पुलिस ने आईपीसी की धारा 294 323 506 बी के तहत दर्ज की थी. उक्त मामले में 2 हफ्ते के बाद अमरकंटक पुलिस ने फिल्मी अंदाज में धावा बोलते हुए छात्रावास के अंदर घुस गई.