डिंडोरी में ओमकार के रास्ते डबल रोड़ा ! रूदेश और पंकज बिगाड़ सकते हैं कांग्रेस का चुनावी समीकरण, परस्ते-तेकाम बढ़ाएंगे मरकाम की मुश्किलें, बगावत से उड़ रही निर्दलीय हवा

गणेश मरावी, डिंडोरी। मध्यप्रदेश में साल के अंत विधानसभा चुनाव होने है। विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे- वैसे उम्मीदवारों की धड़कनें बढ़ती जा रही है। राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। बीजेपी ने डिंडोरी विधानसभा से पंकज टेकाम को प्रत्याशी बनाया है। जबकि कांग्रेस अभी तक एक भी उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर पाई है।
माना जा रहा है कि डिंडोरी विधानसभा में कांग्रेस से ओमकार मरकाम का टिकट लगभग तय है। लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष रूदेश परस्ते ने भी चुनाव लड़ने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। दोनों के बीच टिकट को लेकर टक्कर चल रही है।
ऐसे में अब डिंडोरी विधानसभा में ओमकार के रास्ते पर डबल रोड़ा है। रूदेश और बीजेपी प्रत्याशी पंकज कांग्रेस की चुनावी समीकरण बिगाड़ सके हैं। कहा जा रहा है कि परस्ते-तेकाम मरकाम की मुश्किलें बढ़ाएंगे।कांग्रेस में बगावत से निर्दलीय की हवा उठने लगी है।
15 साल से मरकाम का राज
वहीं कुछ दिनों से कांग्रेस में अंतर्कलह भी देखने को मिल रही है। कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक ओमकार मरकाम 15 साल से चुनाव जीतते आ रहे है। भाजपा, गोगंपा समेत अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों को बड़ी अंतर से हराया हैं। मरकाम की क्षेत्र में पकड़ काफी मजबूत है। चुनाव को अपने खेमे में करने के लिए पूरी ताकत लगा दिया है, लेकिन इस बार काफी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा।
अभी किसी भी पार्टी में नहीं हैं रूदेश
जिला पंचायत अध्यक्ष रूदेश परस्ते ने विधानसभा चुनाव लड़ने का पूरा मन बना लिया है। परस्ते कांग्रेस के कार्यकर्ता रहे हैं, लेकिन स्थानीय नेताओं की असमंजस के चलते पार्टी से इस्तीफा सौंप दिया था। फिलहाल अभी किसी भी पार्टी में ज्वाइन नहीं किया है। अब विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। विधानसभा क्षेत्र में जगह जगह चौपाल लगाकर लोगों से चर्चा कर रहे हैं।
रुदेश बढ़ा सकते हैं मरकाम की मुश्किलें
15 सालों से डिंडोरी में राज कर रहे ओमकार मरकाम के लिए बढ़ी चुनौती खड़ी कर दी है। चर्चा है कि विधानसभा चुनाव में रूदेश परस्ते निर्दलीय चुनाव लड़े तो ओमकार की मुश्किलें बढ़ सकती है। इन दोनों के चुनाव लड़ने से कांग्रेस को भारी नुकसान होगा। इन दोनों के चुनाव लड़ने से भाजपा को फायदा होने की अधिक संभावना है।
कांग्रेस में बगातवत का भाजपा उठा सकती है फायदा
मध्यप्रदेश में आगामी दिनों में विधानसभा चुनाव होना है,विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने डिंडौरी जिले के दोनों विधानसभा सीटों से प्रत्यासी घोषित कर दिया है। भाजपा से जयसिंह मरावी,राजेंद्रपाल कुशराम,पंकज तेकाम ,ज्योतिप्रकाश धुर्वे समेत कई उम्मीदवार टिकट को लेकर दावेदारी कर रहे थे,लेकिन सबके प्रयासों पर पानी फिर गया और भाजपा ने डिंडौरी विधानसभा सीट से पंकज सिंह तेकाम पर भरोसा जताकर मैदान में उतार दिया है।
गांव-गांव में जाकर वोट जुगाड़ रही बीजेपी
बताए जा रहे हैं कि भाजपा नेे उम्मीदवारों की सूची सबसे पहले जारी कर मतदाताओं से मिलने व गांव – गांव जाकर वोट मांगने के लिए पर्याप्त समय दे दिया है। वहीं कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों ने अभी तक उम्मीदवारों का नाम जारी नहीं किये हैं, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं कांग्रेस से विधायक ओमकार मरकाम का टिकट तय माना जा रहा है।
पंकज तेकाम का क्षेत्र के लिए नया चेहरा
भाजपा ने सोमवार को मध्यप्रदेश में 39 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दिया है,जिसमें डिंडौरी विधानसभा से पंकज सिंह तेकाम को टिकट दिया गया है। पंकज सिंह तेकाम पूर्व में डिंडौरी नगर परिषद अध्यक्ष रह चुके हैं। भाजपा ने डिंडौरी विधानसभा से पंकज सिंह तेकाम पर भरोसा जताया है।
वहीं लोंगो में चर्चा है कि पंकज तेकाम का क्षेत्र के लिए नया चेहरा है, वहीं जब डिंडौरी विधानसभा के कई क्षेत्रों के जनता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पंकज सिंह तेकाम को न ही जानते हैं और न ही पहचानते है,ऐसे में विधानसभा चुनाव में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
15 साल से कांग्रेस,क्या हरा पायेंगें पंकज..?
डिंडौरी विधानसभा में ओमकार सिंह मरकाम 2008 से अभी तक विधायक है,इन्होंने 2008 के चुनाव में भाजपा के कददावार नेता ओमप्रकाश धुर्वे को हराया था,उसके बाद जय सिंह मरावी को दो बार हराया है। अभी 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के विधायक ओमकार का सामना भाजपा के प्रत्यासी पंकज सिंह तेकाम से होगा।
डिंडौरी विधानसभा क्षेत्र में लोंगो से ओमकार मरकाम की पकड़ काफी अच्छी है,लोंगो के लिए मिलनसार व्यक्ति है,लोकप्रिय भी माने जाते हैं,ऐसे में भाजपा प्रत्यासी पंकज सिंह तेकाम के लिए विधानसभा चुनाव में फतय करना मुश्किल माना जा रहा है,पर जब तक परिणाम सामने नही आ जाता तब तक कुछ कहा नही जा सकता है।
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