MP को दहलाने की थी साजिश: चुनाव से पहले निशाने पर थे नेता, मानव बम बनकर करते ब्लास्ट, पढ़िए आतंकियों के खौफनाक मंसूबों की नाकामयाब कहानी
भोपाल। मध्य प्रदेश में HUT (हिज़्ब-उत-तहरीर) से जुड़े आतंकियों के मामले में रोज़ नए बड़े खुलासे हो रहे हैं. एमपी एटीएस के सामने आतंकियों का कबूलनामा सामने आया है. आतंकियों ने अपने नापाक मंसूबों के नाकाम होने की कहानी बयां की है. मप्र में विधानसभा चुनाव से पहले भीड़भाड़ वाले इलाकों में बम धमाके और मानव बम विस्फोट की तैयारी थी. ऐसा करके युवा इस्लाम के लिए शहादत देना चाहते थे. बीजेपी के नेता भी निशाने पर थे.
आतंकियों ने कबूला, किस्मत खराब थी नहीं कर पाए धमाका
दरअसल रिमांड खत्म होने के पहले तक एटीएस ने सभी संदिग्ध आतंकियों से बड़े राज उगलवाए हैं. भोपाल का जिम ट्रेनर यासिर खान हिज्ब-उत-तहरीर के लिए मानव बम बनने को तैयार था. एमपी में चुनाव से पहले भीड़ भाड़ वाले इलाके में बम फेंक इस्लाम के लिए शहादत देना चाहता था. यासिर इस्लाम खतरे में है, जैसी बातों से परेशान रहता था. आतंकियों ने कबूल किया है कि किस्मत खराब थी, इसलिए धमाका नहीं कर पाए.
दुबई के कारोबारी की मदद से मप्र में हवाले के जरिए फंडिंग
एटीएस 8 आतंकियों की पत्नियों को भी आरोपी बनाने की तैयारी कर रही है. इनकी पत्नियां संदेश वाहक का काम करती थी. दुबई के बड़े कारोबारी की मदद से मध्यप्रदेश में हवाले के जरिए फंडिंग होती थी. ट्रेनों में फर्स्ट AC में सफर करते थे. महंगे लैपटॉप और गैजेट भी मिले है. आज संदिग्ध आतंकियों की रिमांड खत्म हो रही है. कोर्ट ने 19 मई तक एटीएस को रिमांड दी थी. भोपाल कोर्ट में आतंकी पेश किए जाएंगे.
चुनाव से पहले निशाने पर थे BJP के बड़े नेता
HUT के संदिग्ध आतंकियों के निशाने पर बीजेपी के बड़े नेता भी थे. विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी थी. चुनाव से पहले बड़े ब्लास्ट करने की प्लानिंग थी. वारदात को अंजाम देने के लिए हथियार जुटाए जा रहे थे. विस्फोटक खरीदने की तैयारी में आतंकी थे. 2 साल से एटीएस की सर्विलांस पर HUT के आतंकी थे. विस्फोटक खरीदने की प्लानिंग के दौरान ही एटीएस ने गिरफ्तार किया है. आतंकियों को देश के बाहर से वॉइस नोट आ रहे थे. यासिर ने गिरफ्तार होने से पहले कई डिजिटल एविडेंस मिटाए थे.
MP का अनोखा बकरा ! कीमत 1 करोड़ और बोली इतने लाख, खासियत जानकर उड़ जाएंगे आपके होश
इन आतंकवादियों के पेशे
सैयद दानिश अली सॉफ्टवेयर इंजीनियर, यासिर खान जिम ट्रेनर, सैयद सामी रिजवी शिक्षक, शाहरुख दर्जी, मिस्बाहुल हक मजदूर, शाहिद ऑटो ड्राइवर, महराज अली कंप्यूटर तकनीशियन और खालिद हुसैन ए अध्यापक का काम करते थे. 16 आतंकवादियों में से 11 को मध्य प्रदेश से और बाकी को तेलंगाना से गिरफ्तार किया गया था. विशेष रूप से पांच संदिग्धों ने हिंदू लड़कियों से शादी की थी. इनमें से दो पुरुषों ने कुछ साल पहले ही इस्लाम धर्म अपना लिया था.
कई हिंदू लड़के-लड़कियां इनके संपर्क में थी
हिज्ब-उत-तहरीर के गिरफ्तार 16 में से 8 सदस्य हिन्दू से मुस्लिम बने थे. राजधानी भोपाल से पकड़े गए 10 में से 5 युवकों ने इस्लाम कबूला था. वहीं 3 अन्य राज्यों के युवक जिनका ब्रेन वाश कर हिन्दू से मुस्लिम बनाया गया. भोपाल से गिरफ्तार HUT के सदस्यों में से तीन मुस्लिम युवकों ने हिन्दू लड़कियों से शादी कर उन्हें मुस्लिम धर्म अपनाने पर मजबूर किया था. कई लड़के और लड़कियां इनके संपर्क में थी.
मोहम्मद सलीम प्रोफेसर था
भोपाल के बैरसिया के रहने वाले सौरभ राजवैद्य धर्म परिवर्तन के बाद मोहम्मद सलीम बन गया था. मोहम्मद सलीम ओवैसी कॉलेज में पढ़ाता था. वह डेक्कन कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस (Deccan College of Medical Sciences) में प्रोफेसर था. सलीम देश से भगौड़े जाकिर नायक (Zakir Naik) का फॉलोअर था. 7 साल पहले मोहम्मद सलीम ने अपना धर्म बदला और 10 साल पहले परिवार भोपाल (Bhopal) के बैरसिया से हैदराबाद शिफ्ट हुआ था. एटीएस ने उसे वहीं से गिरफ्तार किया है.
Read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanistan Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS