Daughters gave shoulder to father bier in Mahasamund: महासमुंद जिले में बहिष्कार का दंश झेल रहे एक परिवार में बेटियों ने अपने पिता की अर्थी को कंधा दिया. खड़दरहा गांव में हिरन साहू और उसका परिवार एक साल से सामाजिक बहिष्कार की सजा भुगत रहा है. तबीयत बिगड़ने के बाद जब हिरण साहू की मौत हुई, तब भी ग्रामीण उनके घर नहीं पहुंचे.
हालात ऐसे बने कि आख़िर में बेटियों की ही शादी करनी पड़ी. बागबाहरा के खड़दरहा में 65 वर्षीय हिरण साहू के परिवार के अलावा 8-9 अन्य परिवारों का ग्रामीणों ने बहिष्कार कर दिया है. इस परिवार का गांव में हुक्का-पानी भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. अंतिम संस्कार के लिए और कंधा देने के लिए भी मृतक की बेटियों को बुलाना पड़ा.
विवाद के बाद बहिष्कार कर दिया गया
मृतक के बेटे के मुताबिक मामूली विवाद के चलते उन्हें घर से निकाल दिया गया था. बहिष्कृत दस परिवारों में से आठ आदिवासी भी हैं, जिसकी जमीन को लेकर गांव के लोगों से विवाद चल रहा था. विवाद के बाद उन पर जुर्माना लगाया गया, लेकिन जुर्माना न भरने पर उन्हें सामाजिक बहिष्कार की सजा दी गई.
गांव वालों ने मना कर दिया
ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें किसी ने बहिष्कृत नहीं किया है. उनका तो खुद ही दिमाग खराब हो गया है. वे कह कर गये हैं कि आदिवासियों के साथ रहेंगे. साथ ही मृतक हिरन साहू को कंधा नहीं देने पर कहा कि मृतक के परिजनों ने किसी को बुलाया ही नहीं तो कौन जाता.
पुलिस ने लिया संज्ञान
परिवार का कहना है कि हमने सभी जिम्मेदार लोगों को ज्ञापन दिया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. कंधा देने का वीडियो वायरल होने के बाद बागबाहरा थाना पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया है. उचित कार्रवाई करने की बात कर रही है.
पुलिस ने बताया कि पीड़ित परिवार से पूरी जानकारी ली गई है. जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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