इंदौर में दूषित पानी पीने से 10 लोगों की मौत : 150 से ज्यादा बीमार, हाईकोर्ट ने मांगी रिपोर्ट, स्वच्छ शहर में मौतों का तांडव क्यों?
MP CG Times / Wed, Dec 31, 2025
देश के सबसे स्वच्छ शहर कहे जाने वाले इंदौर से एक झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी पीने से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 150 से अधिक लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। हालात की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव खुद बीमार लोगों से मिलने इंदौर पहुंचे और वर्मा नर्सिंग होम में मरीजों का हाल जाना।
इस पूरे मामले ने अब कानूनी रूप भी ले लिया है। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने राज्य सरकार से 2 जनवरी तक विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।

हाईकोर्ट में जनहित याचिका, सरकार से जवाब तलब
इंदौर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रितेश इंसानी ने बुधवार सुबह जनहित याचिका दायर कर शहर के नागरिकों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित सुनवाई की और प्रदेश सरकार से जवाब मांगा।
याचिका में कहा गया है कि लगातार बीमार पड़ रहे लोगों और मौतों के बावजूद पेयजल व्यवस्था पर ठोस कदम नहीं उठाए गए, जो आम नागरिकों के जीवन के अधिकार का उल्लंघन है।

बुधवार को 4 और मौतें, 5 माह के मासूम ने तोड़ा दम
बुधवार को भागीरथपुरा में 5 माह के मासूम अव्यान साहू समेत चार लोगों की मौत हो गई। अव्यान की मां ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार बच्चों की मौत की सच्चाई क्यों नहीं बता रही। उनका दावा है कि निश्चित तौर पर और भी बच्चे दूषित पानी के कारण बीमार हुए होंगे।
परिजनों के अनुसार, अव्यान को बाहरी दूध पिलाया जाता था, जिसमें पानी मिलाया जाता था। आशंका है कि यही दूषित पानी उसकी मौत की वजह बना।
भोपाल भी अलर्ट, पानी की जांच शुरू
इंदौर की घटना के बाद भोपाल नगर निगम भी सतर्क हो गया है। महापौर मालती राय ने नगर निगम के सब इंजीनियर, असिस्टेंट इंजीनियर और सुपरवाइजर को पेयजल व्यवस्था की जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही अधीक्षण यंत्री और कार्यपालन यंत्री को लगातार निगरानी रखने को कहा गया है।
बुधवार को नगर निगम की टीम भोपाल के अवधपुरी क्षेत्र में पहुंची और पाइपलाइनों की जांच की। कुछ घरों से पानी के सैंपल भी लेकर परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।
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