मां नर्मदा की शरण में Bhupesh Baghel : अमरकंटक में पूर्व CM ने की मां Narmada की पूजा, बोले- यहां मिलती है positive energy
MP CG Times / Wed, Dec 31, 2025
शिवम साहू, अनूपपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री Bhupesh Baghel ने भगवान शिव की तपोभूमि और Maa Narmada Origin Place अमरकंटक पहुंचकर पवित्र नर्मदा देवी के दर्शन किए। मध्य प्रदेश–छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित यह ऐतिहासिक स्थल Amarkantak Narmada Darshan के लिए देशभर में प्रसिद्ध है।
यहां उन्होंने नर्मदा शक्तिपीठ में विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की और मां नर्मदा के पावन जल का आशीर्वाद प्राप्त किया। यह दौरा आध्यात्मिक आस्था और सांस्कृतिक चेतना से जुड़ा माना जा रहा है।

अमरकंटक को Narmada River Origin के रूप में जाना जाता है और हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है। यह स्थल भगवान शिव की तपस्या से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसे Shiva Tapobhumi Amarkantak भी कहा जाता है। प्रतिदिन यहां देश के अलग-अलग राज्यों से श्रद्धालु पहुंचते हैं और Narmada Mata Darshan कर आध्यात्मिक शांति का अनुभव करते हैं।
विधि-विधान से पूजा, नर्मदा जल का लिया आशीर्वाद
दर्शन कार्यक्रम के दौरान Former CM Bhupesh Baghel ने अमरकंटक स्थित नर्मदा मंदिर में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पूजा-अर्चना की। उन्होंने मां नर्मदा के समक्ष मत्था टेककर प्रदेश और देशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। पूजा के दौरान नर्मदा माता की आरती में भी उन्होंने सहभागिता की, जिसे श्रद्धालुओं ने Spiritual Moment Amarkantak के रूप में देखा।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नर्मदा देवी का यह स्थल 51 शक्तिपीठों में एक महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। रामायण और विभिन्न पुराणों में भी नर्मदा माता की महिमा और पूजा का उल्लेख मिलता है, जिससे Amarkantak Religious Importance और अधिक बढ़ जाता है।
भगवान शिव की तपोस्थली है अमरकंटक
अमरकंटक को भगवान शिव की तपोस्थली माना जाता है। मान्यता है कि यहीं से मां नर्मदा का उद्गम हुआ और उन्होंने पश्चिम की ओर अपनी यात्रा प्रारंभ की। Narmada Kund, उद्गम गुफा और मंदिर परिसर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र हैं। यहां सुबह-शाम नियमित रूप से पूजा और आरती का आयोजन होता है, जो Amarkantak Temple Rituals का अहम हिस्सा है।

दर्शन के बाद भूपेश बघेल का संदेश
मां नर्मदा के दर्शन के उपरांत Bhupesh Baghel News में उन्होंने कहा कि मां नर्मदा की कृपा से सभी को सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि अमरकंटक जैसे पावन स्थल पर पूजा-अर्चना करने से मन में Positive Energy का संचार होता है और कठिन परिस्थितियों में आस्था व्यक्ति को सही मार्ग दिखाती है।
उन्होंने यह भी कहा कि अमरकंटक सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि Indian Cultural Heritage का अमूल्य केंद्र है, जिसे सहेजकर रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।
धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण यात्रा
पूर्व मुख्यमंत्री का यह Amarkantak Visit न केवल आध्यात्मिक अनुभव से जुड़ा रहा, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अमरकंटक वह स्थल है, जहां आस्था, संस्कृति और प्रकृति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है, जो इसे Top Spiritual Destination in India बनाता है।
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