बड़वानी। अभी तक आपने युवाओं को नौकरी छोड़कर राजनीति में आते देखा होगा, लेकिन अब राजनीति छोड़ सरकारी नौकरी कर रहे हैं. एक महिला सरपंच ने शिक्षक बनने के लिए सरपंच की कुर्सी छोड़ दिया है. वह शिक्षिका बनकर बच्चों का भविष्य बनाना चाहती है. महिला के इस फैसले की हर तरफ चर्चा हो रही है.
यह पूरा मामला मप्र के बड़वानी जिले के ग्राम पंचायत बिलवा रोड़ की है. मंजू राठौड़ 14 जुलाई 2022 को गांव बिलवा रोड़ की सरपंच चुनी गई थी. करीब 10 महीने पहले गांव के लोगों ने मंजू को गांव का सरपंच चुना था. अब मंजू सरपंच पद से इस्तीफा देकर शिक्षिका बनने जा रही हैं. संविदा शिक्षक वर्ग तीन की परीक्षा दी थी. जिसमें नौकरी लग गई है. मंजू ने बीएड की पढ़ाई की है.
मंजू राठौड़ की शादी बिलवा रोड के एक युवक से हुई थी. अब मंजू ने शिक्षक बनने के लिए सरपंच पद से इस्तीफा दे दिया है. इतना ही नहीं अपनी ससुराल से करीब 25 किलोमीटर दूर सरपंची को छोड़ अंजड़ की बेटी अब बच्चों को जीवन का नया पाठ पढ़ाएंगी.
मंजू ने सरपंच की कुर्सी छोड़कर शिक्षिका बनने का फैसला किया. उन्होंने अपने पति के साथ शुक्रवार को टीकरी जनपद पंचायत सीईओ केआर कानूडो और पंचायत इंस्पेक्टर की मौजूदगी में अपना इस्तीफा सौंपा. अब मंजू गांव चोटरियां में शिक्षिका की नौकरी ज्वाइन करेंगी.
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