अनूपपुर। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में बेहिसाब अवैध उत्खनन जारी है. अब ये अवैध उत्खनन चाहे कोयले खदान की हो या फिर पत्थर खदानों की. यहां से अब मौत की खबरें आम हो गई हैं. खदान इंसानी जिंदगी लील रहे हैं. खदान इंसानों को मौत के आगोश में ले रहे हैं, लेकिन इस पर कोई जिम्मेदार कार्रवाई करता नहीं दिख रहा है. अवैध उत्खनन पर रोक नहीं लग रही है, जिससे लोग मौत के मुंह में समा रहे हैं. हाल ही में अनूपपुर में दो महिलाओं काल ने लील लिया.
दरअसल, अनूपपुर जिले की बंद कोयला खदान में कोयला खनन करने गई दो महिलाओं की खदान धंसकने से मौत हो गई है. यह हादसा रामनगर थाना के बनगवां नगर परिषद क्षेत्र में हुआ है. जहां कालरी की बंद खदान है. यहां कोयला खनन करने गई दो महिलाओं के ऊपर चट्टान धंसक गई और दोनों दब गई है.
यह घटना रामनगर खदान क्षेत्र के प्रेमनगर साइडिंग के बंद खदान में हुई है. मृतक की पहचान कौशल्या पति नागेंद्र पनिका 47 वर्ष वार्ड नंबर 14 प्रेम नगर,इंद्र कली पति बिक्रम महरा लगभग 48 वर्ष इंद्रनगर वार्ड नंबर 13 बताया जा रहा है.
जेसीबी के माध्यम से रेस्क्यू
खदान धंसने के बाद मौके पर जानकारी लगते ही पुलिस पहुंची. राजनगर पुलिस द्वारा रेस्क्यू किया गया. दो महिलाओं की लाश खदान से निकाली गई है. हादसे के बाद दोनों महिलाओं को बिजुरी स्वास्थ्य केंद्र लाया गया है. जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया.
कटघरे में प्रबंधन
बता दें कि इस हादसे के बाद बंद पड़ी खदान और सिस्टम पर सवाल उठ रहा है कि जब खदान बंद है तो वहां सुरक्षा की व्यवस्था क्यों नहीं की गई. अगर इलाका प्रतिबंधित है तो लोग वहां कैसे पहुंच रहे हैं. मौत के बाद परिवार में मातम पसर गया है.
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