: शानदार पुष्पराजगढ़ SDM साहब ! पत्थरों की दूसरे राज्य में तस्करी करते 3 डंफर जब्त, लीज कहीं का और खदान कहीं और, रोजाना धरती का सीना चीर रहे क्रेशर, इन पर कब पड़ेगी आपकी नजर ?
शैलेंद्र विश्वकर्मा, अनूपपुर। पुष्पराजगढ़-क्षेत्र के ग्राम बसही से लल्लन तिवारी उर्फ घनश्याम तिवारी के पत्थर खदान से हैवी ब्लास्टिंग से निकाले गए पत्थरों की तस्करी की जा रही थी. छत्तीसगढ़ के गौरेला जिले के ग्राम धनौली ले जा रहे थे, तभी पुष्पराजगढ़ एसडीएम अभिषेक चौधरी अपने दल बल के साथ धमक पड़े. इस दौरान ओवरलोड तीन डंफरों को जब्त किया गया. सूत्र बताते हैं कि अभी अवैध पत्थर खनन करने वालों को शॉर्ट लिस्ट किया गया है. ऐसे क्रेशर जो राज्य सरकार के राजस्व को चूना लगा रहे हैं, उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी है. खाका तैयार किया जा रहा है. कई क्रेशर मालिकों पर जल्द गाज गिर सकती है.
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मिली जानकारी के मुताबिक तीन डंफर जो ओवरलोड थे, जिनसे रास्तों में बड़े-बड़े पत्थर गिर रहे थे. खनन माफिया के खिलाफ सुबह तड़के 5 बजे पुष्पराजगढ़ ने एसडीएम अपने दल बल के साथ पकड़ कर तहसील परिसर में लाकर जब्ती बनाया. इस कार्रवाई में पटवारी प्रेम लाल पटेल और राजेंद्रग्राम पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका रही.
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अब सवाल ये उठता है कि क्या प्रशासन की नजर इन डंफरों पर ही पड़ रही है, जो खदान वर्षों से संचालित हैं, उन पर नहीं पड़ रही है. न्यायालय और जिलाधिकारी की सख्ती के बावजूद अवैध खनन का कारोबार जमकर हो रहा है. खनन माफिया हैवी ब्लास्टिंग से पत्थर एकत्रित कर वाहनों पर लादकर बेचने में कामयाब हो रहे हैं. उधर, खनन विभाग, राजस्व विभाग मूकदर्शक बने हैं.
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इस कारोबार से हर रोज पुष्पराजगढ़ की धरती का सीना चीरा जा रहा है. सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान तल्ख लहजे में बोल चुके हैं, खनिज माफिया तेरा खैर नहीं. बावजूद इसके सरकारी नुमाइंदें सरकार की आवाज सुन नहीं पा पा रहे हैं. इससे रोजाना सरकार को करोड़ों का चूना लग रहा है. राजस्व में घाटा हो रहा है. अवैध पत्थर खनन का कारोबार पुष्पराजगढ़ में जमकर फल फूल रहा है, लेकिन इस पर कोई ध्यान देने वाला नहीं है.
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पुष्पराजगढ़ के खेत हो रहे बंजर
इस हैवी ब्लास्टिंग से न सिर्फ धरती का सीना दहल रहा है, बल्कि आसपास के खेतों की सूरत भी बिगड़ रही है. किसानों के खेत बंजर हो रहे हैं. पानी की कमी हो रही है. इलाके में सूखे का इल्म हो जाता है. इस मामले में कई ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में धुंध ढाया रहता है. क्रेशर आसपास कुछ खनन माफिया रात के समय में सुदूर गांवों में स्थित जमीनों पर गुर्गों संग पहुंच कर जेसीबी के माध्यम से और हैवी ब्लास्टिंग की मदद से धरती का सीना चीर रहे हैं.
किसानों ने MP-CG टाइम्स से सुनाई व्यथा
MP-CG टाइम्स से कई इलाके के किसानों ने कहा कि हमारे खेतों में धूल से फसल खराब हो रहे हैं. उपजाऊ जमीन बंजर होने के कगार पर हैं, लेकिन इश ओऱ कोई ध्यान नहीं दे रहा है. पत्थरों को निकालकर कई फीट गड्ढा कर दिया जाता है, जहां न खेती करना मुनासिब है और न ही किसी तरह का उपयोग हो सकता है. कई मर्तबा अनहोनी की आशंका बनी रहती है.
कई क्रेशरों का लीज कहीं और खदान कहीं और
सूत्रों के मुताबिक पुष्पराजगढ़ के अधिकतर क्रेशर लीज कहीं और के नाम से लेते हैं और खनन कहीं और करते हैं. आसपास के भोले-भाले किसानों और ग्रामीणों को खनन माफिया अपनी चिकनी चुपड़ी बातों में झांसे में ले लेते हैं. चंद रुपये देकर वहां करोड़ों का कारोबार करते हैं. प्रशासन की नरमी की वजह से खनन माफिया का और मनोबल बढ़ता ही जा रहा है, रोजाना पुष्पराजगढ़ की धरती को चीरा जा रहा है.
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मिली जानकारी के मुताबिक तीन डंफर जो ओवरलोड थे, जिनसे रास्तों में बड़े-बड़े पत्थर गिर रहे थे. खनन माफिया के खिलाफ सुबह तड़के 5 बजे पुष्पराजगढ़ ने एसडीएम अपने दल बल के साथ पकड़ कर तहसील परिसर में लाकर जब्ती बनाया. इस कार्रवाई में पटवारी प्रेम लाल पटेल और राजेंद्रग्राम पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका रही.
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पुष्पराजगढ़ के खेत हो रहे बंजर
इस हैवी ब्लास्टिंग से न सिर्फ धरती का सीना दहल रहा है, बल्कि आसपास के खेतों की सूरत भी बिगड़ रही है. किसानों के खेत बंजर हो रहे हैं. पानी की कमी हो रही है. इलाके में सूखे का इल्म हो जाता है. इस मामले में कई ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में धुंध ढाया रहता है. क्रेशर आसपास कुछ खनन माफिया रात के समय में सुदूर गांवों में स्थित जमीनों पर गुर्गों संग पहुंच कर जेसीबी के माध्यम से और हैवी ब्लास्टिंग की मदद से धरती का सीना चीर रहे हैं.
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कई क्रेशरों का लीज कहीं और खदान कहीं और
सूत्रों के मुताबिक पुष्पराजगढ़ के अधिकतर क्रेशर लीज कहीं और के नाम से लेते हैं और खनन कहीं और करते हैं. आसपास के भोले-भाले किसानों और ग्रामीणों को खनन माफिया अपनी चिकनी चुपड़ी बातों में झांसे में ले लेते हैं. चंद रुपये देकर वहां करोड़ों का कारोबार करते हैं. प्रशासन की नरमी की वजह से खनन माफिया का और मनोबल बढ़ता ही जा रहा है, रोजाना पुष्पराजगढ़ की धरती को चीरा जा रहा है.
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