अनूपपुर। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में खाकी पर बदनुमा दाग लगा है. आऱोप है कि एक पुजारी ने पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर मौत को गले लगा लिया. इस वारदात ने पुलिस को कटघेर में लाकर खड़ा कर दिया है. वहीं इस पर अनूपपुर एसपी ने एक्शन लिया है. कोतमा थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया है. वहीं मौत से परिवार में मातम पसर गया है.
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दरअसल, कोतमा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खोड़री नंबर 1 में पुजारी के खिलाफ महिला ने एसटीएससी की शिकायत की थी. आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई नहीं करने के एवज में पुजारी से 1 लाख रूपये की मांग की. आरोप है कि रूपये नहीं देने पर मामला दर्ज किए जाने से क्षुब्ध पुजारी ने 1 जून की सुबह अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
वहीं गुस्साए ग्रामीणों में कोतमा पुलिस के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए थाना प्रभारी अजय बैगा के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की मांग की. कार्रवाई नहीं होने पर शव को थाना परिसर में रखकर घेराव करते धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी. पूरे मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र पवार ने कोतमा थाना प्रभारी अजय कुमार बैगा को लाईन अटैच करते हुए जांच की जिम्मेदारी एसडीओपी कीर्ति बघेल को दी है.
यह था मामला
ग्राम खोड़री नंबर 1 निवासी 50 वर्षीय पुजारी रामेश्वर पांडेय के खिलाफ गांव की एक महिला सुशीला रैदास ने 30 मई को कोतमा थाने मे मारपीट कर जातिगत अपशब्दों का प्रयोग किए जाने की शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने 31 मई की रात लगभग 1 बजे पुजारी रामेश्वर पांडेय को घर से उठाकर थाना ले आई. जहां पुलिस ने पुजारी को रात भर बंदीगृह में बंद कर रखा गया और मृतक रामेश्वर पांडेय के मोबाइल से उसके परिजनों (चाचा और बहन) को फोन कर मामला दर्ज न करने के एवज में 1 लाख की मांग की गई.
आरोप है कि रूपये नहीं देने पर पुलिस ने पुजारी रामेश्वर पांडेय के खिलाफ धारा 294, 323, 506, एवं 3(1) द, 3(1) घ, 3(2)(व्हीए) एसटीएससी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर 24 घंटे बाद मुचालका जमानत पर छोड़ा गया, जिसके बाद 1 जून की सुबह रामेश्वर पांडेय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
वहीं मामले में अनूपपुर एसपी जितेन्द्र पवाॅर ने कहा कि कोतमा थाना प्रभारी को लाईन अटैच करते हुए एसडीओपी कीर्ति बघेल को जांच के निर्देश दिए गए हैं, जांच कर निश्चिित ही कार्रवाई की जाएगी.
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