2 आदिवासी लड़कियों के साथ 10 लोगों ने किया गैंगरेप: दशहरा कार्यक्रम देख लौट रही बहनों का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म, एक आरोपी ने की आत्महत्या
नई दिल्ली। झारखण्ड के गुमला जिले में दो आदिवासी लड़कियों के साथ सामूहिक बलात्कार किए जाने का मामला सामने आया है. जहां 10 युवकों ने उन लड़कियों को पहले अगवा किया और फिर उनके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. पीड़ित लड़कियां नाबालिग हैं और आपस में चचेरी बहनें हैं. वे दशहरा मेला देखकर अपने भाई के साथ घर लौट रही थी. तभी आरोपियों ने उन्हें जंगल में पकड़ लिया. पहले भाई को पीट कर भगा दिया फिर लड़कियों को जंगल में अंदर ले जाकर उनके साथ गैंगरेप किया. जब पुलिस ने मामले में धरपकड़ शुरु की तो एक आकोरी ने आत्महत्या कर ली. जबकि एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
जानकारी के अनुसार दोनों आदिवासी लड़कियां जोभीपाट गांव में दशहरा मेला देखने गयी थी. शाम को अपने भाई के साथ घर लौट रही थी. तभी सुनसान रास्ते में 10 युवकों ने पीछा किया. जंगल में रोक लिया. लड़की के भाई को पिटाई कर भगा दिया और लड़कियों को जबरन उठाकर ले गये. लड़कियों के अनुसार सभी 10 युवकों ने बारी-बारी से उन दोनों से दुष्कर्म किया है. इधर, पिटाई के बाद पीड़िता का भाई अपने गांव आया और घटना की जानकारी दी. गांव वाले लड़कियों को खोजने जंगल में घुसे. गांव वालों को आता देख सभी आरोपी भाग गये.
ये वारदात ऊपर लोदा और चापाकोना के करीब की है. पीड़ित लड़कियों ने बताया कि जब वे रेप का विरोध कर रही थी तो आरोपी युवकों ने उन दोनों के साथ मारपीट भी की. गांव वालों के साथ लड़कियां गुरदरी थाना पहुंची और प्राथमिकी दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई. पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश देना शुरु कर दिया. इसी दौरान गैंगरेप का एक आरोपी अजीत उरांव ने रविवार की सुबह आत्महत्या कर ली.
मृतक गुरदरी थाना के नीचे लोदा गांव निवासी ढेबला उरांव का पुत्र था. अजीत ने अपने ही घर में सुबह रस्सी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दो लड़कियों के साथ बलात्कार की घटना के बाद गांव के लोग आक्रोशित हैं. आरोपियों को पकड़ने के लिए ग्रामीण भी लगे हुए हैं. रविवार को दिनभर गांव के लोग जंगल में आरोपियों को खोजते नजर आए. ग्रामीणों ने कहा है कि युवकों के कारण गांव की बदनामी हुई है. सभी युवकों को पकड़कर पुलिस को सौंपा जाएगा.
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