अनूपपुर। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में करप्शन की सीढ़ियां लंबी हो गई हैं, जो भी चढ़ता है इस दलदली रूपी धनवर्षा सीढ़ी पर दोबारा मुड़ के लौटना नहीं चाहता. बस विभाग को चूना लगाकर अपनी तिजोरी भरता ही जाता है, लेकिन कभी-कभी ये
करप्शन और घोटाले से भरी तिजोरी की सीक्रेट चाबी बड़े अफसरों के हाथ लग जाती है, तो काली करतूतों से पलभर में पर्दा उठ जाता है. कुछ ऐसा ही पुष्पराजगढ़ में देखने को मिला, जहां कृषि विभाग के अधिकारी ने अपने की कर्मचारियों के हक पर डाका डाल दिया. 44 लाख की धोखाधड़ी कर बैठा.
दरअसल, विकासखंड पुष्पराजगढ़ में लेखा कार्य के दौरान आहरण संवितरण अधिकारी द्वारा प्रदाय की गई आईडी और पासवर्ड का दुरुपयोग कर लगभग 10 से 12 कर्मचारियों के वेतन, एरियर्स, जीपीएफ के 44 लाख रुपए को कृषि विस्तार अधिकारी सुखलाल अहिरवार अपने निजी बैंक खाते में ट्रांसफर कर लिया था.
मामले का खुलासा होने पर कृषि विभाग के उपसंचालक ने आरोपी को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही गबन की गई राशि को एक सप्ताह के अंदर वापस करने का समय दिया गया है. इससे ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि अगर रकम खी भरपाई नहीं करता है तो जेल की भी हवा खा सकता है.
उपसंचालक एनडी गुप्ता के मुताबिक सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी उपसंभाग पुष्पराजगढ़ ने 6 मई को अपने कार्यालयीन पत्र के माध्यम से बताया गया था, जिसके बाद सुखलाल अहिरवार को तत्काल निलंबित करते हुए पांच सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई. जहां जांच कमेटी के प्रतिवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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