Under leadership of Vinod Tiwari effigy of MP Brij Bhushan was burnt in the form of Ravana: सासंद बृजभूषण का रावण रूपी पुतला दहन किया गया. इस मामले में विनोद तिवारी ने कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर खिलाड़ियों के साथ न्याय करें. तिवारी ने कहा कि बीजेपी सांसद और कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज हुआ है, वो भी तब जब खिलाड़ियों ने बृजभूषण के खिलाफ मोर्चा खोला.
विनोद तिवारी ने कहा कि बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न गलत तरीके से छूने सहित कई गंभीर आरोप लगे. गंभीर धाराओं के तहत FIR दर्ज होने के बाद भी आरोपी सांसद बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है, जिसका विरोध पूरे देश में हो रहा है.
विनोद तिवारी ने कहा कि 21 अप्रैल को सात पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी. इन शिकायतों के आधार पर 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के दो मामले दर्ज किए किंतु आज दिनांक तक राजनीतिक दबाव के चलते आरोपी की गिरफ्तारी नही हो सकी है.
विनोद तिवारी ने कहा कि खिलाड़ियों के साथ हुए यौन उत्पीड़न एवं आरोपी सांसद बृजभूषण को अब तक गिरफ्तार ना करने के विरोध में आज शाम 6 बजे रायपुर के बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल में यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण का दस सिर वाले रावण रूपी 15 फीट का पुतला जलाया गया. साथ ही केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई साथ ही बृजभूषण को तत्काल गिरफ्तार करने की माँग की गई.
विनोद तिवारी ने कहा कि एक तरफ़ मोदी सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है, दूसरी तरफ़ इनकी ही पार्टी के सांसद जो की कुश्ती संघ के अध्यक्ष जैसे बड़े पद पर बैठ महिला खिलाड़ियों के साथ यौन उत्पीड़न जैसे शर्मनाक कृत्य किया गया है. कुश्ती संघ के खिलाड़ियों के हक़ और अधिकार की लड़ाई लड़ते हुए उनके अधिकारों के रक्षक ही आज भक्षक बन बैठे हैं और केन्द्र में बैठी मोदी सरकार सहित पूरी भाजपा इस मामले में ख़ामोश बैठी है. उल्टा आरोपी बृजभूषण को अब तक गिरफ्तारी से बचा रखी है जो की बहुत ही शर्मनाक है.
बृजभूषण के ऊपर हुई दोनों एफआईआर में आईपीसी की धारा 354 (महिला को नीचा दिखाने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक हिंसा), 354ए (यौन उत्पीड़न), 354डी (पीछा करना) और (पीछा करना) और 34 (सामान्य मंशा) का हवाला दिया गया है, जिसमें जेल भी शामिल है.
नाबालिग ने अपनी शिकायत में बताया कि प्रतिवादी ने उसे पकड़ लिया, फोटो क्लिक करने का नाटक किया, उसे अपने पास खींचा, उसे अपने कंधे पर कसकर दबाया और फिर जानबूझकर उसके शरीर को अनुचित तरीके से छुआ.
‘पहलवान ने अपनी शिकायत में बयान दिया की’
पहली शिकायत: होटल के रेस्टोरेंट में लंच के दौरान उसने मुझे अपनी टेबल पर बुलाया, छुआ, गलत तरीके से छुआ. कुश्ती महासंघ के कार्यालय में बिना मेरी अनुमति के मेरे घुटने, कंधे और हथेलियां छुई गईं। मेरे पैर भी आपके पैर छुए.
दूसरी शिकायत- प्रतिवादी (बृजभूषण सिंह) मेरे पास आया, मेरा ट्रेनर वहां नहीं था> मेरी अनुमति के बिना मेरी टी-शर्ट पर डाल दिया, मेरी छाती पर हाथ रखा और धक्का देने के बहाने मेरी सांस की जाँच की.
तीसरी शिकायत: उसने मुझे अपने माता-पिता को फोन करने के लिए कहा, क्योंकि उस समय मेरे पास मोबाइल फोन नहीं था. अभियुक्त (सिंह) उसने मुझे अपने बिस्तर पर बुलाया जहाँ वह बैठा था और फिर अचानक मेरी अनुमति के बिना मुझे गले लगा लिया.
आज पुतला दहन के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विनोद तिवारी, बिज्जू बंजारे,शेख फरीद,चंदन बिस्वास,शेख वहाज,अपराजित तिवारी,सागर बाघमारे,राजेश टंडन,आकाश तिवारी,अमितेश सतपथी,लक्ष्य साठवाने,विक्की रात्रे, मोनू शर्मा,करण पांडे,सौरभजीत भतपहर,विवेक तिवारी,विकास ठाकुर,अनिल बंजारे,अनिल वाधवानी,अमन निषाद, सम्मिलित थे.
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