अनूपपुर। अनूपपुर जिले में पिछले कुछ दिनों से क्राइम का ग्राफ बढ़ा है. पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे. जिसके बाद अब लापरवाह थाना प्रभारी पर गाज गिर गई है. बरबसपुर गांव में डबल मर्डर यानी सास बहू की हत्या मामले में लापरवाही बरतने पर एसपी ने भालूमाड़ा थाना प्रभारी अजय पवार को लाइन अटैच कर दिया है.
फुनगा चौकी प्राभारी को मिली जिम्मेदारी
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र पवार ने कार्य में उदासीनता और लापरवाही मानते हुए अपने मौखिक आदेश पर भालूमाड़ा थाना प्रभारी अजय पवार को लाइन अटैच कर दिया है. क्योंकि परिवार के शिकायत के बावजूद पुलिस ने एक्शन नहीं लिया था. वरना जान बचाई जा सकती थी. अब भालूमाड़ा थाने की जिम्मेदारी फुनगा चौकी प्राभारी सुमित कौशिक सौंपी गई है.
जमीन विवाद में सास-बहू की हुई थी हत्या
बता दें कि दिनदहाड़े खेत से आ रही सास-बहू की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी गई थी. बीच बचाव करने आए बेटा विजय और एक अन्य भी जख्मी हो गया था. घटना के बाद नाराज परिवार और ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया. आरोपी के घर में आग लगी दी गई. एडीजीपी ने फरार आरोपी के ऊपर 30 हजार का इनाम रखा. तब जाकर प्रजापति परिवार के हत्यारे रजक परिवार के तीन लोग गिरफ्तार कर लिए गए.
कुल्हाड़ी से किया था ताबड़तोड़ वार
बताया जा रहा है कि दोनों महिलाएं खेत से जब घर आ रही थी, तभी सड़क किनारे आरोपियों ने घर के सामने रोककर झगड़ा करने लगा और हाथ में कुल्हाड़ी रखा था. सबसे पहले जानकी के ऊपर हमला किया. जिससे घर के सामने ही वह दम तोड़ दी. यह देख तिहारा बाई ने भागने का प्रयास किया. जैसे ही वह सड़क पर पहुंची आरोपी ने कुल्हाड़ी से ऐसा प्रहार किया कि वह भी सड़क पर गिरकर ढेर हो गई. इस तरह 56 वर्षीय तिहारा बाई और 36 वर्षीय जयनवती बाई सास-बहू की मौत हो गई.
बीच बचाव करने आए परिवार पर भी हमला
इसी दौरान नरेश और विजय प्रजापति भी बीच-बचाव करने पहुंचे, तो उन्हें भी आरोपी ने हमला कर घायल कर दिया. दोनों को कोतमा अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है. जानकारी अनुसार आरोपी खेत की जमीन से रास्ता मांग रहा था, जो उसे नहीं दिया जा रहा था. यह विवाद काफी समय से चला आ रहा था. इस घटना के बाद आरोपी परिवार कुल्हाड़ी को लेकर भाग निकला था.
ग्रामीणों ने किया रोड जाम
घटना का पता चलते ही सैकड़ों लोग घटना स्थल पर एकत्र हो गए और जैतहरी- कोतमा स्टेट हाईवे मार्ग पर जाम लगा दिया था. आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लोगों ने रास्ता अवरुद्ध कर दिया. जिसे वाहनों की कतार लग गई थी.
ग्रामीणों ने आरोपी के घर में लगाई आग
घटना को देखते हुए ग्रामीणों का परिवार जनों में आक्रोश बढ़ते जा रहा था. जिसके चलते कुछ ग्रामीणों के द्वारा आरोपी रजक के घर सामान बाइक पर आग लगा दी. बढ़ते हुए आग को देखते हुए पुलिस ने फायर ब्रिगेड को फोन लगाया, लेकिन समय से फायर ब्रिगेड नहीं पहुंचने के कारण पुलिस के द्वारा पास में रखे रेत को डालकर आग को बुझाया गया.
आरोपी के ऊपर 30 हजार का इनाम
शहडोल संभाग के एडीजीपी डीसी सागर ने घटना स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया. आरोपी रजक की जानकारी पुलिस को देने पर 30 हजार इनाम देने की घोषणा की थी. घटना को एडीजीपी ने बहुत ही हृदय विदारक बताया था.
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