साले ने 15 लाख देकर कराई कारोबारी की हत्या: डिलीट मैसेज से मिला सुराग, जानिए सुपारी किलर की वजह

MP Betul got businessman killed by paying Rs 15 lakh: एमपी के बैतूल में दो दिन पहले हुई व्यापारी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। हत्या की साजिश एक महावत ने रची थी। उसने हत्या के लिए 15 लाख रुपए की सुपारी दी थी। पुलिस ने हत्या की साजिश रचने वाले यूपी के बांदा निवासी महावत विनेश गिरी गोस्वामी और हत्या के वक्त हत्यारे के साथ मौजूद राजेश गिरी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अन्य को हिरासत में लिया गया है।
इस मामले में मुख्य शूटर अभी फरार है, जो खरगोन जिले का रहने वाला बताया जा रहा है। पुलिस लूट, रंजिश और अवैध संबंधों जैसे एंगल पर मामले की जांच कर रही थी। गुरुवार को हुए खुलासे ने पुलिस को भी चौंका दिया, क्योंकि हत्या की साजिश रचने वाले महावत को मृतक अशोक की पत्नी भाई मानती थी।
बता दें कि मंगलवार रात बैतूल के गंज इलाके में कृषि उपकरण व्यापारी अशोक पवार की रात 9 बजे उनकी दुकान में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसका एक सीसीटीवी वीडियो भी गुरुवार को सामने आया था।
डिलीट मैसेज बरामद, दी थी धमकी
हत्या की रात एसपी निश्चल एन झारिया, एएसपी कमला जोशी और साइबर एक्सपर्ट टीम के साथ ही कोतवाली, गंज थाना पुलिस मामले की जांच कर रही थी। जांच के दौरान कोतवाली प्रभारी रविकांत डेहरिया को मृतक अशोक के मोबाइल में जनवरी माह का डिलीट मैसेज मिला।
जब उसे बरामद किया गया तो उसमें ‘बाबा’ के नाम से भेजी गई धमकी मिली। पुलिस ने जब इस ‘बाबा’ की जांच की तो चौंकाने वाली कहानी सामने आई।
पत्नी ने 15 साल पहले महावत को बनाया था अपना भाई
इस हत्या की जड़ें 15 साल पुरानी हैं। मृतक अशोक पवार की पत्नी बबीता का एक भाई बबलू अचानक लापता हो गया था, जो काफी तलाश के बाद भी नहीं मिल सका था। कुछ साल बाद एक हाथी बाबा यानी महावत विनेश भीख मांगते हुए बबीता के मायके पहुंचा।
बबीता के परिजनों को लगा कि वह उनका खोया हुआ भाई है, जिसके बाद उन्होंने उसे अपने परिवार का हिस्सा बना लिया। महावत विनेश बबीता के मायके और ससुराल में अक्सर आने-जाने लगा। इस दौरान उसे बबीता और अशोक के परिवार में चल रहे विवादों के बारे में पता चला। खास तौर पर बबीता के भाई जगदीश का अशोक और उसके भाई रमेश से लगातार विवाद चल रहा था। इसी दुश्मनी को खत्म करने के लिए विनेश ने अशोक और उसके भाई को खत्म करने की साजिश रची।
महावत ने ढूंढा शूटर, 15 लाख की सुपारी दी
बंडा निवासी महावत विनेश ने अशोक की हत्या के लिए ऐसे लोगों की तलाश शुरू की, जिन्हें अशोक नहीं जानता था। उसने अपने चचेरे भाई राजेश गिरी से बात की और उसे 15 लाख रुपए का लालच दिया। इसके अलावा उसने जगदीश की संपत्ति में हिस्सा देने का भी वादा किया। इसके बाद दोनों ने एक कॉन्ट्रैक्ट किलर की तलाश की, जो उन्हें खरगोन में मिल गया। राजेश और हत्यारा 14 मार्च को बैतूल पहुंचे, जहां विनेश ने उन्हें एक देशी पिस्तौल मुहैया कराई।
वे 14 तारीख से ही अलग-अलग होटलों में ठहरे हुए थे और अशोक की दुकान की रेकी कर रहे थे। 19 मार्च की रात 9:25 बजे राजेश और हत्यारा मौके पर गए और अशोक की गोली मारकर हत्या कर दी। इस दौरान राजेश दुकान के बाहर निगरानी करता रहा, जबकि हत्यारा दुकान के अंदर गया और अशोक को गोली मार दी।
आरोपी आराम से फरार हो गए, मंदिर में बिताई रात
हत्या के बाद पुलिस ने पूरे बाजार में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें आरोपी हत्या करने के बाद सड़क पर घूमते नजर आए। कुछ दूर जाने के बाद उन्होंने कपड़े बदले और बैतूल से 12 किमी दूर एक मंदिर में रात बिताई। सुबह होते ही मुख्य शूटर वहां से निकल गया।
जांच के दौरान पुलिस ने मृतक के मोबाइल से मिले डिलीट मैसेज के नंबर की लोकेशन ट्रैक की और मंदिर पहुंची, जहां से विनेश और राजेश को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने इस मामले में एक अन्य आरोपी को भी हिरासत में लिया है, जिसने कांट्रैक्ट किलर को हायर किया था।
हत्या के पीछे अशोक के साले का तलाक
जानकारी के अनुसार बबीता के भाई जगदीश का अपनी पत्नी से विवाद चल रहा था। जिसके चलते दोनों का तलाक भी हो गया। जगदीश को लगता था कि इसके पीछे अशोक और उसके भाई रमेश का हाथ है।
इसके अलावा बबीता भी विनेश को ससुराल में होने वाले झगड़ों के बारे में बताती रहती थी। विनेश दोनों परिवारों के बीच की हर बात जानता था। वह अशोक से नाराज था। इसी वजह से उसने वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस की मानें तो अगर घटना वाली रात अशोक का बड़ा भाई रमेश दुकान पर होता तो शूटर उसे भी गोली मार देते।
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