किरगी में लाखों की आमदनी, हजारों की वसूली: 119 पंचायतों का मुख्यालय बिन विकास बदहाल, न पानी की सुविधा, न नालियां साफ, जगह-जगह कचरों का ढेर, कौन करेगा बेड़ा पार या फिर मलाई छानते रहेंगे जिम्मेदार ?
रमेश तिवारी, पुष्पराजगढ़। अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ में बदहालियों का मंजर किसी से छिपा नहीं है. यहां से दो बड़े नेता आते हैं, जो विकास के दावे तो करते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर विकास कहां है, कैसा है, ये अब तक किसी ने नहीं देखा. इसी बीच अब हम पुष्पराजगढ़ के 119 ग्राम पंचायतों के मुख्यालय किरगी पंचायत की बात करने जा रहे हैं, जहां हाल ही में चुनाव होने हैं. इस पंचायत में कई सरपंच चुनाव जीत कर आए और चले गए, लेकिन पंचायत की सूरत बदलने में नाकाम रहे हैं. न नेता बदल सके.
ग्राम पंचायत किरगी आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. आज भी इस ग्राम पंचायत की जनता विकास की बाट जोह रही है. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ ही ग्राम पंचायत किरगी में सरपंच पद के लिए 9 प्रत्याशी मैदान में उतर चुके हैं. 3187 मतदाता वाले ग्राम पंचायत में किसे वोट दें, किस पर भरोसा करें, इसी सोच के साथ मतदाता आगामी 25 तारीख का इंतजार कर रहे हैं. एक दशक के बाद भी महीने में लाखों की आमदनी वाली ग्राम पंचायत, जिसमें लगभग 150 किराए की दुकानों सहित दैनिक साप्ताहिक बैठकी वसूली के बाद भी ग्राम के रहवासी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं.
यात्री प्रतीक्षालय में शौचालय का अभाव
मुख्यालय राजेंद्रग्राम का यात्री प्रतिक्षालय जहां पर सैकड़ों की संख्या में लोगों का आना-जाना बना रहता है, लेकिन यहां पर शौचालय की सुविधा ना होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सबसे बड़ी समस्या महिलाओं के लिए है. शौचालय ना होने के कारण निस्तार के लिए उन्हें बाहर जाना पड़ता है. एक शौचालय था, जो लगभग 1 वर्ष से बंद पड़ा है. उक्त शौचालय का मेंटेनेंस ना होने के कारण वह जर्जर स्थिति में है, लेकिन उस पर किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिसके कारण सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
जगह-जगह कचरे का ढेर
बस स्टैंड मुख्य बाजार में जगह-जगह पर कचरे का ढेर लगा रहता है. सफाई कर्मी पर्याप्त ना होने के कारण गंदगी बनी रहती है. बड़ा मार्केट होने के कारण यहां पर कचरा गाड़ी की आवश्यकता है, लेकिन इस पर अभी तक किसी प्रकार की पहल नहीं की गई है, जिसके कारण लोगों को गंदगी के कारण आने जाने में परेशानी उठानी पड़ रही है.
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नालियां कचरे से पटी
मुख्यालय ग्राम पंचायत किरगी में गायत्री मंदिर से जोहिला नदी तक लाखों की लागत से बरसात में पानी निकालने के लिए नाली का निर्माण कराया गया था, लेकिन ग्राम पंचायत की नाकामी के कारण साफ सफाई नहीं हो पा रही है. नाली कचरे से भरी पड़ी है. साफ सफाई ना होने के कारण बरसात में पानी नाली के ऊपर से बहकर पूरे सड़क और रास्ते में आता है, जिस की साफ-सफाई कराना आवश्यक है, लेकिन इस पर किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
बरसात का पानी घरों में घुसा
विगत दिवस 20 जून को बारिश हुई, नाली ना होने के कारण बारिश का पानी वार्ड नंबर 12 के घरों में घुस गया. दूसरी तरफ नाली का निर्माण तो कराया गया था, लेकिन नाली की सफाई ना होने के कारण बरसात का पानी ओवरफ्लो होकर सड़क के दूसरी तरफ वार्ड नंबर 12 के घरों में घुस गया. यही हाल हॉस्पिटल रोड में भी था, जहां पर दुकानों में पानी घुस गया था, जिसके कारण रहवासियों और दुकानदारों को नुकसानी के साथ-साथ परेशानी भी उठानी पड़ रही है.
वार्डों में स्ट्रीट लाइट की कमी
ग्राम पंचायत किरगी के वार्ड नंबर 20 के कुछ भागों में स्ट्रीट लाइट लगाई तो गई है, लेकिन उसका प्रकाश वार्ड वासियों को नहीं मिल पा रहा है. स्ट्रीट लाइट की मरम्मत और देखरेख ना होने के कारण स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं. यही हाल जोहिला नदी से गायत्री मंदिर तक मुख्य मार्ग का है. जहां पर स्ट्रीट लाइटें तो लगाई गई हैं, लेकिन अधिकांश बंद पड़ी है, जिसके कारण मुख्य मार्ग में अंधेरा रहता है.
सार्वजनिक पेयजल व्यवस्था का अभाव
119 ग्राम पंचायत के मुख्यालय ग्राम पंचायत में कहीं भी सार्वजनिक पेयजल की व्यवस्था नहीं की गई है ना तो मुख्य बाजार में और ना ही यात्री प्रतिक्षालय में पेयजल की व्यवस्था है. कहीं भी वाटर फिल्टर भी नहीं लगाए गए हैं, जिसके कारण लोगों को पीने का पानी तक नहीं मिल पा रहा है. अब देखना यह है कि आने वाले समय में इन मूलभूत समस्याओं से ग्रामवासियों को निजात मिल पाएगी या जिम्मेदार अपनी कुर्सी पर बैठकर ऐसे ही मलाई छानते रहेंगे.