पुष्पराजगढ़। हाय सिस्टम और हाय रे न्याय की दहलीज, तेरी महिमा अपरंपार है. आज एक जिंदगी तेरी बेरूखी से भगवान को प्यारी हो गई. गैंग रेप पीड़िता चीख-चीखकर न्याय की गुहार लगाती रही. राजेंद्रग्राम थाने से लेकर SP कार्यालय तक गई, लेकिन वाह रे निर्दीय सिस्टम और पुलिसिंग व्यवस्था, तूने कमाल कर दिया. न्याय के बदले मौत नसीब हुई. आज गैंग रेप पीड़िता की हाय लगी होगी. वहीं पुलिस अब मौत के बाद हत्या और आत्महत्या में उलझी है. पोस्ट मार्टम के लिए लाश को भेज गया है. रिपोर्ट से खुलासा होगा कि खुदकुशी की है या फिर इसके पीछे कातिल कोई और है.
हो सकती है थानेदार की छुट्टी !
इस मामले को लेकर अब चर्चा जोरों पर है, कहा जा रहा है कि राजेंद्रग्राम थाना प्रभारी नरेंद्र पाल की छुट्टी हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ दिनों पहले कोतमा थाना प्रभारी को भी लापरवाही और विरोध के कारण लाइन अटैच कर दिया गया था, ऐसे में अब इस मामले को भी गंभीरता से देखा जा रहा है. कहा जा रहा है कि थानेदार की छुट्टी हो सकती है.
क्या है गैंग रेप पीड़िता का मामला ?
दरअसल, अनूपपुर में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई एक महिला ने पुलिस अधीक्षक सहित अन्य जगहों पर अपनी शिकायत दर्ज कराई थी. उसके बाद भी उस महिला की कोई सुनवाई नहीं हुई. अंत में महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. महिला ने अपनी शिकायत में बताया था कि आरोपी उसे जान से मारने की धमकी दे रहे थे.
आरोपियों ने घर में घुसकर सामूहिक दुष्कर्म किया
पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया था कि 8 जून को समय घर में अकेला था. उसका पति गढ़ीदादर बॉक्साइट खदान में काम करने गया था. तभी घर को खाली पाकर तीन लोग आए और आरोपी नीलांबर महरा ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया. इसके बाद तीनों आरोपियों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया. महिला ने उसका काफी विरोध किया, लेकिन वह नहीं रुके.
पीड़िता के साथ मारपीट की
पीड़िता ने बताया कि आरोपी सरोज मेहरा ने अपना मुंह बंद रखा था. आरोपी ने पीड़िता के साथ मारपीट भी की. आरोपियों ने धमकी दी कि अगर यह बात किसी को बताई तो वे तुम्हें और तुम्हारे परिवार को जान से मार देंगे. इसके बाद पीड़िता व उसके पति ने राजेंद्रग्राम थाने में घटना की मौखिक शिकायत की.
अनूपपुर में महिला SI लाइन अटैच: रिश्वत मांगने और कार्रवाई नहीं करने के लगे थे आरोप, जानिए पूरा मामला
पुलिस ने कार्रवाई नहीं की
पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने आरोपी के बहकावे में आकर रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया. मेडिकल तक नहीं कराया. थानाध्यक्ष राजेंद्रग्राम ने आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद आरोपी धमकी देने लगे कि दोबारा शिकायत की तो तुम्हें और तुम्हारे परिवार को खत्म कर देंगे. इससे परेशान होकर पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
हत्या का शक
पुलिस अधीक्षक अनूपपुर जितेंद्र सिंह पवार ने बताया कि महिला ने शिकायत की थी. इसमें दोनों पक्षों की ओर से प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पीड़िता के परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं. धारा 302 के तहत मामला दर्ज करने की मांग की गई है.
क्या था कोतमा का मामला ?
बता दें कि पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार ने कोतमा थाना प्रभारी अजय बैगा को लाइन अटैच कर दिया था. ग्राम पंचायत खोडरी निवासी रामेश्वर पांडे के ऊपर पुलिस के द्वारा प्रताड़ित किए जाने के मामले में पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई की थी. पुजारी के खिलाफ महिला ने एसटीएससी की शिकायत की थी. आरोप थे कि पुजारी से 1 लाख रूपये की मांग की गई थी, जिससे पुजारी ने 1 जून की सुबह अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.
Read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanistan Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS