अनूपपुर में BJP नेता के लॉज में गजब का कांड : Anuppur पुलिस की छापेमारी, कमरों में 2 लड़के और 2 लड़कियां, बिना एंट्री कपल को रूम, VIDEO वायरल
MP CG Times / Sat, Dec 27, 2025
मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में एक छोटा-सा लॉज अचानक बड़ी चर्चा का कारण बन गया। चचाई थाना क्षेत्र में स्थित सोनी लॉज पर पुलिस की छापेमारी हुई और वहां बिना किसी police intimation के ठहरे मिले दो कपल। यह लॉज BJP नेता और पूर्व मंडल महामंत्री तिलकराज सोनी से जुड़ा बताया जा रहा है। जैसे ही कार्रवाई हुई, पूरे इलाके में हलचल मच गई और छापे का video सोशल मीडिया पर तेजी से viral हो गया।
दरअसल, चचाई थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि सोनी लॉज में कुछ outsiders रुके हुए हैं, लेकिन इसकी जानकारी न तो थाने को दी गई और न ही कोई रिकॉर्ड अपडेट किया गया। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और लॉज के कमरों की जांच शुरू की। इसी दौरान दो अलग-अलग कमरों में दो कपल मिले, जिन्हें देखकर पुलिस भी हैरान रह गई।

रजिस्टर में नहीं थी कपल के रुकने की एंट्री
पुलिस ने मौके पर ही सभी से पूछताछ की। सभी लोग adult थे, उनके पास पहचान से जुड़े दस्तावेज भी मौजूद थे, लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती। असली गड़बड़ी सामने आई लॉज के record system में। जब पुलिस ने संचालक से guest register मांगा, तो पता चला कि उसमें न तो इन लोगों की एंट्री थी और न ही किसी तरह की सही जानकारी दर्ज थी।
लॉज में ठहरने वालों की नहीं दी जानकारी
पुलिस का कहना है कि नियम बिल्कुल साफ है कोई भी होटल या लॉज अगर बाहर से आए मेहमानों को ठहराता है, तो उसकी information तुरंत पुलिस को देना जरूरी होता है। सोनी लॉज ने न सिर्फ इस नियम को नजरअंदाज किया, बल्कि पहले भी ऐसी लापरवाही कर चुका है। यानी यह मामला सिर्फ एक बार की भूल नहीं माना जा रहा।

लॉज संचालक तिलकराज सोनी गिरफ्तार
इसी लापरवाही के चलते पुलिस ने लॉज संचालक तिलकराज सोनी को BNS की धारा 223 के तहत गिरफ्तार कर लिया। आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें अदालत में पेश करने की तैयारी की जा रही है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की detailed investigation कर रही है और लॉज के पुराने रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं।
इस बीच, छापेमारी के दौरान कपल्स का जो वीडियो वायरल हुआ है, उसने मामले को और गरमा दिया है। लोग सोशल मीडिया पर सवाल उठा रहे हैं कि जब लॉज किसी राजनीतिक व्यक्ति से जुड़ा हो, तब भी नियमों की इतनी खुली अनदेखी कैसे हो सकती है। यही वजह है कि यह मामला अब सिर्फ police action नहीं रहा, बल्कि political चर्चा का विषय भी बन गया है।

संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने कड़ाई
गौरतलब है कि अनूपपुर के कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट पहले ही साफ कर चुके हैं कि जिले के सभी hotels, lodges और धर्मशालाओं को बाहर से आने वाले मेहमानों की जानकारी पुलिस को देना अनिवार्य है। इसका मकसद सुरक्षा बनाए रखना और किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखना है।
फिलहाल पुलिस का कहना है कि आगे भी ऐसे surprise raids जारी रहेंगे और नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई होगी—चाहे वह आम लॉज संचालक हो या फिर किसी राजनीतिक पहचान से जुड़ा व्यक्ति।
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