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बीजेपी सांसद बृजमोहन से पूछकर टिकट देगी कांग्रेस: पूर्व मंत्री डहरिया बोले- सांसद हमारे मित्र हैं, रायपुर दक्षिण के लिए सुझाव लेंगे

Chhattisgarh Raipur Assembly Election Brijmohan Agarwal Shiv Dahria: छत्तीसगढ़ के रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक बृजमोहन अग्रवाल सांसद बन गए हैं। तीन दिन पहले इस सीट की रिक्तता की घोषणा भी हो चुकी है। अब उपचुनाव के लिए खींचतान शुरू हो गई है। इस बीच कांग्रेस ने चौंकाने वाला बयान दिया है कि वह भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल से पूछकर प्रत्याशी का चयन करेगी। पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि हम रायपुर दक्षिण से अच्छा प्रत्याशी उतारेंगे। इसके लिए हम बृजमोहन अग्रवाल से भी पूछेंगे कि किसे प्रत्याशी बनाया जाए?

डहरिया ने कहा कि वे खुद दुखी हैं। वे मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देना चाहते थे, भाजपा ने उनसे जबरन इस्तीफा दिलवाया। उनकी नाराजगी से कांग्रेस को फायदा डहरिया ने कहा, बृजमोहन आज दुखी हैं, जाहिर है इसका फायदा हमें मिलेगा। इस चुनाव में हम उनसे जरूर पूछेंगे। डहरिया से पूछा गया कि क्या कांग्रेस में भी बृजमोहन के लिए इतनी नरमी है? इस पर डहरिया ने कहा कि वे अच्छे आदमी हैं, इस समय वे बहुत दुखी हैं।

जबरन लिया गया इस्तीफा

शिव डहरिया ने कहा, बृजमोहन को मुख्यमंत्री कार्यालय ले जाया गया, कागज टाइप करवाए गए और उनसे सिर्फ हस्ताक्षर करवाए गए। बृजमोहन अग्रवाल बहुत दुखी हैं। उन्हें केंद्र में भी मंत्री नहीं बनाया गया। उनके जैसे वरिष्ठ नेता इतनी बार विधायक हैं, इतनी बार मंत्री हैं।

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भाजपा में गुटबाजी हावी

डहरिया ने कहा, सभी नेता अपनी-अपनी धुन गा रहे हैं, गुटबाजी दिखा रहे हैं। सभी अलग-अलग बातें कर रहे हैं। 15 साल तक सरकार चलाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से भी कोई सवाल नहीं कर रहा है। इसीलिए उन्होंने भी अपना मुंह बंद कर रखा है। सभी मंत्री अलग-अलग बातें करते हैं, भाजपा में समन्वय खत्म हो गया है।

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भाजपा सरकार में नक्सली घटनाएं बढ़ीं

डिप्टी सीएम अरुण साव के बयान कि ‘कांग्रेस के आने के बाद नक्सलवाद 100 गुना बढ़ गया है’ पर पलटवार करते हुए शिव डहरिया ने कहा कि अरुण साव की याददाश्त कमजोर है। भाजपा सरकार में बड़ी-बड़ी घटनाएं हुईं, झीरम की घटना हुई। भूपेश बघेल की सरकार के समय नक्सलवाद सीमित था। भाजपा सरकार में फिर से नक्सली घटनाएं शुरू हो गई हैं।

सीट खाली होते ही दावेदारों के नाम भी सामने आए

ऐसे में बड़ी संख्या में भाजपा-कांग्रेस के नेता अभी से अपनी दावेदारी मजबूत कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ गठन के बाद से ही बृजमोहन अग्रवाल रायपुर दक्षिण पर एकछत्र राज करते रहे हैं। उनके कार्यकाल में यहां से भाजपा से कभी किसी और को टिकट नहीं मिला। उनके पहली बार सांसद बनने के कारण अब दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं।

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बृजमोहन अग्रवाल से उनकी पसंद के बारे में पूछ सकती है पार्टी

यह भी माना जा रहा है कि इस सीट से किसी को टिकट देने से पहले पार्टी बृजमोहन अग्रवाल से उनकी मंशा के बारे में भी पूछ सकती है। इसके बाद उनकी पसंद का उम्मीदवार मैदान में उतारा जा सकता है। वहीं, भाजपा के कुछ नेताओं के संघ पदाधिकारियों से मिलने की खबर है। नगर निगम स्तर के नेता लगातार संपर्क बना रहे हैं।

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कांग्रेस में भी कई नेताओं ने ठोकी दावेदारी

भाजपा की तरह कांग्रेस में भी दावेदारों की फेहरिस्त लंबी है। यह सीट कांग्रेस के लिए इसलिए भी खास है, क्योंकि पहली बार बृजमोहन बतौर उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ेंगे। बृजमोहन को जन नेता माना जाता है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस सीट पर बड़ी संख्या में लोग बृजमोहन को वोट देते हैं। बृजमोहन के दिल्ली चले जाने से कांग्रेस के लिए यह सीट थोड़ी आसान हो जाएगी। इस बार कांग्रेस से हर नेता चुनाव लड़ने की तैयारी करेगा।

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