नईम खान, मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में महिला ने स्वास्तिक हेल्थ केयर हॉस्पिटल और अपने सास-ससुर पर मिलीभगत कर अबॉर्शन कराने का इल्जाम लगाया है। महिला के मुताबिक सास-ससुर ने इलाज कराने के बहाने धोखे से गर्भपात करा दिया। मुझे मालूम भीं नहीं था और डॉक्टरों ने मेरा अबॉर्शन कर दिया। महिला ने एसपी से मदद की गुहार लगाई है।
Chhattisgarh Mungeli Swastik Hospital Female Abortion: महिला ने कहा कि सास -ससुर स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बहाने धोखे से लेकर गए।यही वजह है कि अब महिला ने एसएसपी से शिकायत कर मामले में कार्रवाई की मांग की है। SSP ने तत्काल एडिशनल एसपी को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
जानिए क्या है मामला
Chhattisgarh Mungeli Swastik Hospital Female Abortion: महिला ने बताया कि 28 जुलाई को सास मोतिम बाई और ससुर सीताराम गबेल ने मुझे बोला कि स्वास्थ्य परीक्षण कराने मुंगेली जाना है, तब मैं बोली कि 3-4 से माह का गर्भ ठहरा हुआ हैं। अभी नहीं जाना जाउंगी कहने पर मेरे सास और ससुर जबरन चेकअप के बहाने स्वास्तिक हेल्थ केयर ले गए।
ब्लीडिंग हुआ तब मुझे पता चला
Chhattisgarh Mungeli Swastik Hospital Female Abortion: इस दौरान मुझे कुछ इंजेक्शन और दवाइयां दी गई। उसके बाद दूसरे दिन मेरा डॉक्टरों ने अबॉर्शन कर दिया, जिसकी जानकारी मुझे नहीं दी गई। मेरी तबीयत खराब और ब्लीडिंग हुआ तब मुझे पता चला कि मेरा अबॉर्शन किया गया है।
मारपीट से मां के मुंह से खून निकलने लगा
Chhattisgarh Mungeli Swastik Hospital Female Abortion: महिला ने बताया कि मेरी मां 29 जुलाई को मिलने आई, तब मैंने अपनी व्यथा बताई। मेरी मां ने सास को ऐसा गलत काम क्यों किए हो कही तो मां से मेरी सास गाली गलौज करने लगी। 2 अगस्त को मेरे ससुराल से मेरी मां मुझे ले जाने के लिए आई, तब पति ने मुझे और मेरी मां से मारपीट की। मां के मुंह से खून निकलने लगा। फास्टरपुर थाने में शिकायत दर्ज कराए हैं।
Chhattisgarh Mungeli Swastik Hospital Female Abortion: फास्टरपुर पुलिस कार्रवाई नहीं की तो एसएसपी से न्याय की गुहार लगाने आई हूं।अपने ससुर सीताराम, सास मोतीम बाई और पति प्रताप गबेल और स्वास्तिक हेल्थ केयर के डॉक्टर और मैडम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की हूं।
हॉस्पिटल प्रबंधन और पुलिस का क्या है कहना ?
Chhattisgarh Mungeli Swastik Hospital Female Abortion: स्वास्तिक हेल्थ केयर के डॉक्टर जितेंद्र साहू ने कहा कि उक्त महिला के सोनोग्राफी रिपोर्ट के आधार पर पता चला कि बच्चें का मूवमेंट पता नहीं चलने और मिसकैरेज होने पर मरीज और उनके परिजनों की सहमति के बाद अबॉर्शन किया गया है। हालांकि यह जांच का विषय है।
Chhattisgarh Mungeli Swastik Hospital Female Abortion: बहरहाल, इस सम्बंध में जब मुंगेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गिरिजाशंकर जायसवाल से बातचीत की गई। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल संज्ञान में लेकर जांच के निर्देश दिए हैं। शिकायत सही पाई गई तो दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा।
सवालों के घेरे में स्वास्तिक अस्पताल प्रबंधन ?
Chhattisgarh Mungeli Swastik Hospital Female Abortion: साल भर पहले खुले स्वास्तिक हेल्थ केयर में अव्यवस्था का अंबार है। यहां बोर्ड पर डॉक्टर की लंबे फेहरिस्त के नाम दिखाई जरूर देंगे। अस्पताल में आपको एक दो के अलावा कोई नजर नहीं आएंगे। यही वजह है कि कुछ महीने पहले कई खामियों की वजह से स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्पिटल के ऑपरेशन थियेटर को सील किया था। बाद में अचानक कैसे खुल गया इसकी स्पष्टता नहीं है।
Read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanista Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS