पुष्पराजगढ़। अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ में एक बार फिर MP-CG टाइम्स की खबर का बड़ा असर देखने को मिला है. खबर प्रकाशित करने के बाद हरकत आए खनिज विभाग के अधिकारियों ने छापेमार कार्रवाई की है. कलेक्टर आशीष वशिष्ठ के निर्देश पर दबिश देकर क्रेशरों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. अवैध खनन मामले में तीन क्रेशरों को सील किया गया है. लेकिन छत्तीसगढ़ के बड़े माफिया के क्रेशर की ओर माइनिंग की टीम नजर नहीं डाल रही है. आखिर माफिया को क्यों बचाने में लगी माइनिंग की टीम ? या फिर सब कुछ ठीक ठाक चल रहा है, क्रेशरों में कोई कमी नहीं है ? खैर ये तो जांच का विषय है.
दरअसल, पुष्पराजगढ़ में अवैध तरीके से क्रेशरों के संचालन और खनन की शिकायत मिली थी. जिसके बाद कलेक्टर ने एक्शन लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए. आज खनिज विभाग की टीम ग्राम दोनिया में पहुंची, जहां भंडारण का कागज था, लेकिन खदान नहीं था, इसलिए राधाबल्लभ स्टोन क्रेशर, बाला जी स्टोन क्रेशर और दीपक शर्मा स्टोन क्रेशर को सील कर दिया गया है. इन क्रेशरों में बगैर खदान अवैध तरीके से बोल्डर पत्थर पहुंच रहे थे.
पहले भी हुआ था सील, इनकी चल रही थी जांच
इससे पहले भी पुष्पराजगढ़ में अवैध भंडारण और अवैध खनन मामले में जय बजरंग स्टोन क्रेशर को सील कर दिया गया था. 5 क्रेशर ग्राम पंचायत दोनिया स्थित श्री राधा बल्लभ स्टोन क्रेशर, श्री बाला जी स्टोन क्रेशर, माँ शंकुमरी मिनरल स्टोन क्रेशर भरनी और दीपक शर्मा स्टोन क्रेशर की जांच चल रही थी. जिसके बाद आज तीन क्रेशर को सील करने की कार्रवाई की गई है. इन क्रेशरों का न कोई खादान आवंटित है और न ही क्रेशर संचालन के मापदंडों का कोई पालन हो रहा था.
CG का माफिया पठार को कर रहा खोखला
सिस्टम से सांठगांठ, करप्शन की हदें पार, बेखौफ फल फूल रहा जेठू का काला कारोबार. ये हम नहीं स्थानीय नेता, सांसद, विधायक और अफसरों की नाकामी के कारण पुष्पराजगढ़ में खनिज संपदा का दोहन हो रहा है. मेकल को लूटा जा रहा है. अवैध खदानों को सिस्टम ने हरी झंडी दिखाई है. CG का माफिया पठार का पत्थर निगल रहा है. पुष्पराजगढ़ खोखला कर रहा है. माफिया मशरूम की तरह क्रेशर उगा रहा है. हैरानी की बात ये है कि मेकल की खनिज संपदा को लूटने एक के बाद एक पांचवें प्लांट को परमिशन देने की फुल तैयारी बना ली गई है. इससे भी हैरानी की बात ये है कि सांसद-विधायक मौन बैठे हैं.
अवैध तरीके से क्रेशर संचालित
फिर भी सभी क्रेशर बिना दस्तावेज और पूरे क्षेत्र में पत्थर का अवैध उत्खनन कर खनिज विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में अवैध रूप से संचालित है. जबकि पूर्व में भी खनिज विभाग में शिकायत किया जा चुका है, लेकिन किसी भी प्रकार के कार्रवाई नहीं होती है. जो दुर्भाग्यपूर्ण है. सभी क्रेशरों पर नियमानुसार जांच कर कार्रवाई की मांग की गई थी. जिस पर एक्शन लिया गया है.
भड़के ग्रामीणों ने सड़क पर रोका था डंपर
पुष्पराजगढ़ के ताली-दोनिया पंचायत समेत आसपास के इलाकों में जहां क्रेशर से ओवरलोड ट्रक फुल रफ्तार से निकलते हैं, जिसमें आसपास के लोगों पर हमेशा खतरा मंडराता रहता है. इतना ही नहीं ये ओवरलोड डंपर सड़कों को जर्जर बना दिए हैं, जिस पर न विभाग के अधिकारी और न ही कोई जिम्मेदार इस ओर ध्यान देता है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है. दोनिया में सरपंच और ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया था. ओवरलोड ट्रकों को रोक लिया. ये सब डंपर जेठू के क्रेशर के थे. इसके अलावा और कई क्रेशर हैं, जिनकी गाडियां दौड़ रही हैं, जो सड़कों को खराब कर रही हैं.
क्रेशर मालिकों पर नहीं होती कार्रवाई न ही डंपरों पर
अमगवां, लपटी, जामकछाऱ, बटकी , दोनिया, ताली, बसही भरनी, पमरा, बिजौरी समेत इलाके के सड़कों पर ओवरलोड गाड़ियां धड़ल्ले से दौड़ रही हैं, लेकिन मजाल है कि अधिकारी इन पर कभी कार्रवाई करे. शिकायतें हैं कि सड़कें दबने लगी हैं. दिन रात ओवरलोड गाड़ियां दौड़ रही हैं, जिसमें तकरीबन 6 से 7 क्रेशरों की गाड़ियां दौड़ रही हैं.
कैसे पुष्पराजगढ़ हो रहा खोखला ?
जयप्रकाश शिवदासानी उर्फ जेठू पुष्पराजगढ़ में एक छोटे से पत्थर खदान का मालिक हुआ करता था, लेकिन देखते ही देखते सेटिंग जुगाड़ पैसे के दम और गरीब आदिवासियों का शोषण करते हुए पुष्पराजगढ़ एक के बाद एक कई क्रेशरों का मालिक बन बैठा. सूत्र बताते हैं कि जेठू सेठ की माइनिंग और पुलिस में अच्छी खासी रकम देकर अवैध उत्खनन और परिवहन का काम दिन रात चलता है. छत्तीसगढ़ से आकर मध्यप्रदेश अनूपपुर ज़िले में माइनिंग विभाग के अधिकारियों और पुलिस अधिकारी का खुला संरक्षण मिलना अपने आप में सवाल खड़ा करता है
खनिज संसाधनों का अत्यधिक दोहन
जिले के पठार क्षेत्र में लगभग हर गांव में अवैध पत्थर की खदानें मिल जाएंगी. जहां स्टोन क्रशर संचालित होते हैं. पत्थर की इन खदानों का अवैध उत्खनन कर खनन माफिया राजस्व विभाग को करोड़ों रुपये का चूना लगा रहा है. दूसरी ओर खनन विभाग माफिया से गठजोड़ कर सरकार को गच्चा दे रहा है.
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