डिंडौरी में सरपंच-सचिव फर्जी फर्म में कर रहे धड़ाधड़ भुगतान: मनमानी दामों में खरीद रहे सामग्री, जानिए कैसे हो रहा लाखों का खेल ?
गणेश मरावी,डिंडौरी। मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले में निर्माण कार्य कराने के नाम से सरपंच सचिव के द्वारा अपने चहेते सप्लायरों को फायदा पहुंचा रहे हैं,साथ ही सरपंच – सचिव के द्वारा आंख बंद कर फर्जी फर्मों में धड़ाधड़ भुगतान कर रहे हैं। इतना ही नहीं सामग्रियों की मनमानी कीमतों में खरीदी कर सप्लायर को लाखों रुपए का भुगतान कर सरकार के खजाने पर डाका डालने का काम किया जा रहा है।
ऐसे ही मामला जनपद पंचायत अमरपुर के ग्राम पंचायत खजरी माल का सामने आया है,जहां पर सरपंच बसंती सैयाम व सचिव सुषमा धुर्वे के द्वारा निर्माण सामग्री समेत फोटो काॅफी के नाम से फर्जी बिलों में भुगतान कर सरकार को लाखो रू का क्षति पहुंचा रहे हैं। ग्राम पंचायत खजरी में मनमानी दामों की गई सामग्री खरीदी समेत फर्जी बिलों में हो रहे भुगतान की निष्पक्ष तरीके से जांच होने पर लाखो रू भ्रष्टाचार उजागर हो सकती है।
ई पंचायत भवन में उपलब्ध है कम्प्यूटर और फोटो काॅफी मशीन
बता दे कि ग्राम पंचायत खजरी माल में कंप्यूटर और फोटो काॅपी की मशीन रखे हुये हैं, ई पंचायत कक्ष में कम्प्यूटर सिस्टम और फोटो काॅफी मशीन उपलब्ध होने के बावजूद फोटो काॅफी और प्रिंट आउट के नाम पर हजारों रू. के फर्जी बिल का भुगतान किया गया है।
पंचायत के जिम्मेदारों द्वारा एक ओर लाखों रू. के कम्प्यूटर सिस्टम और फोटो काॅफी मशीन सहित तमाम इलेक्ट्रॅनिक उपकरण खरीदने की बिल लगाकर भुगतान भी कराया गया है, वहीं दूसरी ओर इन्ही इलेक्ट्रॅनिक उपकारणों से होने वाले काम फोटो काॅफी, प्रिन्ट आउट सहित अन्य काम के नाम पर हजारों रू. का बिलों का भुगतान भी किया जा रहा है।
दुगने कीमत में खरीदी जा रही सामग्री
सरकारी राशि का किस तरह बंदरबाट किया जा रहा है,इसकी बानगी ग्राम पंचायत खजरी माल में देखने को मिल रही है,जहां सरपंच सचिव के द्वारा निर्धारित कीमत से दुगने कीमतों में सामग्री की खरीदी की गई है।
स्टेशनरी की दुकानों से खरीद रहे निर्माण सामग्री
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत खजरी में सरपंचच सचिव के द्वारा सीमेंट के दुकान से स्टेशनरी खरीदी जा रही है और किराना दुकान से रेत, लोहा, खरीदी जा रही है,और बकायदा पोर्टलों में भी बिना भय के दर्ज कर रहे हैं,कई बिलों में तारीख तक नही लिखे हैं,बिलों को धुंधला कर दिया गया, जो पढे़ भी नहीं जा सकते है। धुंधले और गलत जीएसटी नंबर वाले फर्जी बिलों के जरिए लाखों रू. का भुगतान किया जा रहा है।
गलत जीएसटी नंबर के बिलों में लाखों का भुगतान
सरकार ने ग्राम पंचायतों में होने वाले विकास कार्यो के भुगतान के लिए जीएसटी नंबर होना अनिवार्य किया है,जिससे टेक्स चोरी न हो सके, किंतु यहां पर सरपंच सचिव के द्वारा अपने चहेते सप्लायरों के गलत जीएसटी नंबर के फर्मों में आंख बंद कर धड़ाधड़ भुगतान कर रहे है।
ग्राम पंचायत खजरी माल के सरपंच, सचिव के द्वारा अपने चहेते फर्म के संचालक मेसर्स नितिन ट्रेडर्स अमरपुर से लाखो रू का सामग्री खरीदी और फोटो काफी समेत अन्य सामग्रियों के नाम से भुगतान किया गया है।
मेसर्स नितिन ट्रेडर्स अमरपुर की फर्म में जीएसटी नंबर 14 अंको का है,जो 23GLG5585OF12 है,जबकि जीएसटी का नंबर 15 अंको का होता है। उक्त फर्म में खजरी सरपंच और सचिव के द्वारा रेत, गिट्टी, ईंट, सरिया, सीमेंट सहित फोटो काफी ,प्रिंट आउट के नाम से बिलों का भुगतान किया गया है।
जनपद पंचायत सीईओ रामजीवन वर्मा ने कहा कि मामले की जल्द ही जांच की जायेगी,जांच में सही पाये जाने पर जांच के आधार पर कार्रवाई की जायेगी।
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