Ratlam: ब्याजखोरों पर कलेक्टर की कार्रवाई, शिकायत पर 5 के खिलाफ केस दर्ज, दुकान से ब्लैंक चेक-शपथ पत्र बरामद
रतलाम कलेक्टर ने पांच सूदखोरों पर कसा शिकंजा
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मध्यप्रदेश के रतलाम में कलेक्टर ने पांच ब्याजखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। ब्याजखोरों से परेशान दो महिलाओं ने कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी इस मामले को लेकर शिकायत की थी। कलेक्टर ने पहले तो ब्याजखोर को अपने दफ्तर में बुलाया और जोरदार फटकार लगाई। उसके बाद महिलाओं की शिकायत पर पुलिस ने भी आरोपी भगवानदास सतवानी और उसके चार अन्य साथियों के खिलाफ ब्याजखोरी का मामला दर्ज किया है।
शिकायत को लेकर कलेक्टर ने गंभीरता बरतते हुए पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी से इस मामले की चर्चा की। उसके बाद पुलिस की टीम में सतवानी के घर और दुकान की तलाशी ली। इस दौरान में उसकी दुकान से कई सारे ब्लैंक चेक और प्रॉमेसरी नोट और शपथ पत्र मिले। उसके आधार पर पुलिस ने सतवानी और उसके अन्य साथियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है।
जानकारी के मुताबिक, कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी के समक्ष सखवाल नगर निवासी सुनीता बोयल और सपना खरे ने भगवानदास सतवानी और उसके अन्य साथियों के खिलाफ ब्याजखोरी की शिकायत की थी। सुनीता ने बताया कि उसने बेटे की शादी में ठाकुरदास सतवानी से ढाई लाख रुपये लिए थे। इसके बदले सतवानी ने चेक और एटीएम कार्ड गिरवी रखे थे।
पीड़िता ने बताया कि सतवानी एटीएम से 10 हजार रुपये हर महीने निकालता था, जिसका 3,750 ब्याज और 6,250 मूल में करता था। अब हमने उससे पूछा कि कितने रुपये उतरे और कितने बाकी हैं। इस पर वह कहता है कि अभी बहुत पैसा बाकी है। मूल रुपया नहीं उतरा है और ज्यादा सवाल-जवाब करोगे तो चेक लगाकर जेल भिजवा देंगे।
इसी प्रकार का आवेदन सपना ने भी दिया था। उसने बताया कि बेटे की शादी में ठाकुरदास सतवानी से तीन लाख 40 हजार रुपये लिए थे। हमारे छह एटीएम कार्ड गिरवी रखकर डेढ़ प्रतिशत ब्याज पर राशि ली थी। सतवानी एटीएम से 15 हजार रुपये हर महीने निकालता था। उसका 5,100 ब्याज और 9,900 रुपये मूल में कटा। उससे जब पूछा कि हमारे कितने रुपये उतरे, कितने बाकी हैं। इस पर उसने मुझे भी डरा-धमका दिया।