
रायपुर, भोपाल। कालीचरण बाबा की गिरफ्तारी पर सियासत शुरू हो गई है. मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कार्रवाई पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि कार्रवाई का तरीका आपत्तिजनक है. मंत्री मित्रा ने इंटरस्टेट प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने मध्यप्रदेश के डीजीपी को छत्तीसगढ़ के डीजीपी से बात कर तत्काल विरोध दर्ज कराने का निर्देश दिया है.
वहीं एडिशनल एसपी तारकेश्वर पटेल का कहना है कि टिकरापारा थाने में कालीचरण महाराज के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया था. उसके बाद से पतासाजी की जा रही थी. पुलिस की टीम को अलग-अलग स्थानों में रवाना किया गया था. दिल्ली, मध्य प्रदेश महराष्ट्र टीम गई थी. मध्यप्रदेश के खजुराहो के पास बागेश्वर धाम से गिरफ्तार किया गया है. टीम रायपुर लेकर आ रही है. यहां कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा.
बता दें कि धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी करने वाले कालीचरण बाबा को गिरफ्तार कर लिया गया है. रायपुर पुलिस ने खजुराहो के एक होटल से कालीचरण को गिरफ्तार किया है. कालीचरण को दोपहर में पुलिस रायपुर लेकर आ रही है. इसी बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बाबा कालीचरण की गिरफ्तारी पर ट्वीट किया है. बघेल ने ट्वीट कर लिखा कि न्याय में इतना विलंब नहीं होना चाहिए कि वो अन्याय लगने लगे.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि महात्मा गांधी ने शांति, भाईचारा, प्रेम, सत्य और अहिंसा समानता का संदेश दिया, ऐसे महापुरुष पर अभद्र भाषा का प्रयोग करे, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. छत्तीसगढ़ पुलिस ने कार्रवाई की है. उसके परिवार वालों और वकीलों पर सूचना दी गई है. 24 घंटे के अंदर उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा.
दरअसल, रायपुर में हुई धर्म संसद में महात्मा गांधी के खिलाफ महाराष्ट्र के कालीचरण ने अभद्र टिप्पणी की थी. इसके बाद रायपुर सहित महाराष्ट्र के अकोला में भी कालीचरण के खिलाफ FIR दर्ज की गई. पुलिस टीम उनकी गिरफ्तारी के लिए महाराष्ट्र पहुंची तो कालीचरण वहां से फरार हो गया. इसके बाद से ही लगातार पुलिस उसे तलाश करने की कोशिश में थी. इस बीच पुलिस को उनके खजुराहो में छिपे होने की जानकारी मिली, जिस पर घेराबंदी कर पकड़ लिया गया.
रायपुर में हुई धर्म संसद के समापन के दिन शनिवार को महाराष्ट्र से आए कालीचरण ने मंच से गांधीजी के बारे में गलत बातें कहीं. उन्होंने कहा कि इस्लाम का मकसद राजनीति के जरिए राष्ट्र पर कब्जा करना है.1947 में हमने अपनी आंखों से देखा कि कैसे पाकिस्तान और बांग्लादेश पर कब्जा किया गया. मोहनदास करमचंद गांधी ने उस वक्त देश का सत्यानाश किया. नमस्कार है नाथूराम गोडसे को, जिन्होंने उन्हें मार दिया.