छत्तीसगढ़ में राम की मूर्ति पर सियासी बखेड़ा: क्यों बदली जा रही है भगवान की मूर्ति, जानिए मूर्ति बदलने पर क्यों छिड़ा विवाद ?
Political Uproar In Chhattisgarh Over ‘Congress’ Ram’: कौशल प्रदेश (छत्तीसगढ़) भगवान राम का ननिहाल है। यहां के लोग उन्हें भांचा यानी भांजा मानते हैं। उन्होंने अपने वनवास का अधिकांश समय यहीं बिताया था। श्री राम ने कोरिया से कोंटा तक 2226 किलोमीटर पैदल चलकर 12 चातुर्मास बिताए थे।
Political Uproar In Chhattisgarh Over ‘Congress’ Ram’: भगवान राम जिस 9 जिलों से गुजरे थे, उस पथ पर 75 स्थानों को चिन्हित किया गया था। इन्हें विकसित करने के लिए पिछली कांग्रेस सरकार ने 137 करोड़ 45 लाख की लागत से ‘राम वन गमन परिपथ’ की परियोजना तैयार की थी। इस पथ के आरंभ में चंदखुरी में भगवान राम की प्रदेश की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित है।
विकृत मूर्ति स्थापित की गई है, हम इसे सही करवाएंगे
Political Uproar In Chhattisgarh Over ‘Congress’ Ram’: पूर्व संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने 22 जनवरी 2024 को कहा था कि चंदखुरी में देश का एकमात्र कौशल्या मंदिर है। यह रामलला का ननिहाल है, यह राम वन गमन मार्ग है। यहां विकृत मूर्ति स्थापित की गई है, हम इसे सही करवाएंगे।
मूर्तियां राम जैसी नहीं लगती
Political Uproar In Chhattisgarh Over ‘Congress’ Ram’: वहीं, भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने 9 फरवरी 2024 को कहा था कि योजना के तहत बनाई गई मूर्तियां राम जैसी नहीं लगती हैं। जहां भी मूर्तियां स्थापित की गई हैं, उनकी कीमत भी अलग-अलग दिखाई गई है।
भाजपा-कांग्रेस के बीच सियासत और जुबानी जंग
Political Uproar In Chhattisgarh Over ‘Congress’ Ram’: दोनों ही बयान भाजपा के 2 वरिष्ठ नेताओं के हैं। इसके बाद अब छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल ग्वालियर में भगवान राम की नई मूर्ति तैयार करवा रहा है। इसके सामने आने के बाद एक बार फिर भाजपा-कांग्रेस के बीच सियासत और जुबानी जंग शुरू हो गई है।
मूर्ति बदलने पर क्यों हो रहा है विवाद
Political Uproar In Chhattisgarh Over ‘Congress’ Ram’: इसे लेकर जहां कांग्रेस के नेता भाजपा की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं, वहीं भाजपा कांग्रेसियों पर राम के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है। भगवान राम की मूर्ति क्यों बदली जा रही है, इसमें क्या खास होगा, मूर्ति बदलने पर क्यों हो रहा है विवाद, पढ़िए इस रिपोर्ट में…
विधानसभा सत्र में भी हुआ हंगामा
छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र (2024-25) के 5वें दिन राम वन गमन पथ का मुद्दा उठा। सदन में चर्चा के दौरान भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने योजना के तहत स्थापित भगवान राम की मूर्तियों की संरचना और कीमत पर सवाल उठाए थे।
तब सदन में तत्कालीन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इस योजना को नए सिरे से शुरू करने की घोषणा की थी। उन्होंने योजना का सामाजिक अंकेक्षण कराने के लिए गठित होने वाली समिति का अध्यक्ष भी अजय चंद्राकर को बनाया है।
कांग्रेस-भाजपा नेताओं के अपने-अपने दावे
कांग्रेस नेताओं का कहना है- भूपेश सरकार ने राम वन गमन पथ परियोजना शुरू की। माता कौशल्या के मंदिर का जीर्णोद्धार कराया। चंदखुरी में श्रीराम की विशाल प्रतिमा स्थापित की। राज्य में रामायण, रामचरित मानस के सार्वजनिक और सरकारी कार्यक्रम आयोजित किए।
उन्होंने कहा कि ये सभी कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी पर तंज कस रहे हैं। भाजपा नेता 15 साल में ये सारे काम नहीं कर पाए, इसलिए बदला लेते हुए श्री राम की मूर्ति तोड़ रहे हैं।
दूसरी ओर, भाजपा नेताओं का कहना है कि कांग्रेस राम के नाम का इस्तेमाल करती है। कांग्रेस के मन में मर्यादा पुरुषोत्तम राम के लिए भावना नहीं है। यह वही कांग्रेस है, जिसने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर भगवान राम और राम सेतु को काल्पनिक बताया था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में राम के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है। कांग्रेस नेताओं ने जो मूर्ति स्थापित की थी, वह श्री राम जैसी बिल्कुल नहीं थी। अब जो मूर्ति स्थापित की जाएगी, उसमें भक्तों को मर्यादा पुरुषोत्तम राम के दर्शन होंगे।
दो महीने में बनकर तैयार हो जाएगी
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अधिकारियों के अनुसार चंदखुरी में स्थापित की गई मूर्ति राम वन गमन पथ में स्थापित भगवान राम की पहली मूर्ति है। इसे बनाने वाले दीपक विश्वकर्मा ने शिवरीनारायण और सीतामढ़ी हरिचौका में स्थापित की गई मूर्तियों को भी बनाया है। अब वे चंदखुरी के लिए भी यही बना रहे हैं। मूर्ति दो महीने में बनकर तैयार हो जाएगी। चेहरे की आकृति बन चुकी है, हाथ-पैर की नक्काशी बाकी है।
भाजपा नेताओं के मन में खोट है
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने राम वन गमन पथ परियोजना शुरू की। माता कौशल्या के मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया। भाजपा नेताओं के मन में खोट है। वे भ्रष्टाचार करना चाहते हैं, इसीलिए उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की प्रतिमा नहीं दिख रही है। उनके मुंह में राम और मन में नाथूराम है।
400 करोड़ के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ
छत्तीसगढ़ भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस राम के नाम का इस्तेमाल करती है। मोदी के प्रयासों से देश राममय हो गया है, तो भूपेश बघेल मर्यादा पुरुषोत्तम राम का नाम लेकर छत्तीसगढ़ में घूमना चाहते हैं। 400 करोड़ के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है। मर्यादा पुरुषोत्तम राम की प्रतिमा भूपेश सरकार में बनी, वह उनकी नहीं लगती।
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