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राजेंद्रग्राम शराब दुकान में लूटम-लूट: आबकारी विभाग के सह पर ओवर रेटिंग, ठेकेदार पवित्र नगरी अमरकंटक में भी धड़ल्ले से बेच रहा शराब, एक नहीं डबल प्रिंट रेट, खाक छान रहे अधिकारी, देखिए LIVE VIDEO

अनूपपुर: जिले के पवित्र नगरी अमरकंटक समेत पूरे मैकलांचल में इन दिनों शराब ठेकेदार की मनमानी चरम पर है. एक ओर जहां पवित्र नगरी को ठेकेदार अपने गुर्गों के माध्यम से अपवित्र करने पर आमादा है तो वहीं मैकलांचल के राजेन्द्रग्राम, बेनीबारी समेत नगर और ग्रामीण क्षेत्रों मे जगह जगह खुले अवैध अहाते यहां के भोले भाले लोगों को नशें के आगोश में ले रहे हैं. दूसरी ओर शराब दुकानों में खुलेआम निर्धारित दर यानी प्रिंट दर से अधिक पर शराब बेचे जाने के मामले में जिला आबकारी अधिकारी मौन धारण किये हुए हैं, यूं कहें कि अपने सह पर करा रहे हैं, जिसके लिए मोटी रकम विभाग को जाता है.

जानकारी के बावजूद जिले में अधिक दर पर शराब बेचना बंद नहीं हो रहा है. कुल मिलाकर पठार क्षेत्र मे आबकारी और खाकी वर्दी की मिलीभगत से भाऊ मनमानी पर उतारू है. अधिक दर पर शराब बेचे जाने की आड़ में अनुविभाग में प्रतिमाह हो रहे लाखों करोड़ों रुपयों के गोलमाल ने विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली समेत सत्ताधारी दल और विपक्षी दलों के नेताओं की चुप्पी ने भी उनकी भूमिका पर सवालिया निशान लगा दिया है.

खाक छान रहा विभाग

दरअसल, हम बात कर रहे हैं राजेन्द्रग्राम की. मैकलांचल मे संचालित कंपोजिट देशी और अंग्रेजी शराब दुकान समेत अनुविभाग क्षेत्र के शराब दुकानों में बीते कई माह से निर्धारित से अधिक दर पर शराब बेची जा रही है, जिस पर विभागीय अधिकारियों द्वारा अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है.

दफ्तर में बंडल का पार्सल !

प्रिंट रेट से अधिक रेट पर शराब बेचे जाने के मामले में न तो किसी भी प्रकार का नोटिस जारी किया गया है और न ही जांच में भी अधिकारी निकलते हैं. बल्कि सूूूत्र बताते हैं कि दफ्तर में बंडल पार्सल हो जाता है. शराब दुकान के कर्मचारी बेखौफ होकर ग्राहकों को अधिक दर पर शराब बेचते नजर आ रहे हैं.

मौके पर शराब खरीदी कर रहे लोगों ने शिकायत करते हुए बताया कि बीते कई माह से कर्मचारियों द्वारा प्रति बोतल 50 से 100 रुपए अधिक दर पर शराब बेची जा रही है। जो ग्राहक निर्धारित दर पर ही शराब की मांग करता है उसे शराब नहीं दी जाती है. वहीं जिन ग्राहकों द्वारा बिल की मांग की जाती है उसके साथ शराब दुकान में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है.

नहीं दिया जाता है बिल
संचालित कम्पोजिट देशी तथा अंग्रेजी शराब दुकान में लोगों ने कहा कि शराब दुकान की रेट लिस्ट भी नहीं लगाई गई है. निर्धारित दरों के हिसाब से कभी भी शराब नहीं बेची जा रही है. लोगों ने बताया कि नियमानुसार प्रत्येक ग्राहक को शराब खरीदी के बाद मांगे जाने पर बिल दिया जाना चाहिए, परंतु जो भी ग्राहक बिल की मांग करता है. शराब दुकान के कर्मचारियों द्वारा उसके साथ अभद्र व्यवहार कर भगा दिया जाता है. शराब भी नहीं दी जाती है.

शुरू किया पैकारी
जानकारी के अनुसार शराब दुकानों से नियम विरुद्ध बड़ी मात्रा में शराब की पैकारी कराने के लिए नगर सहित गांव की तरफ रूख शुरू कर दिया है. आसपास के ग्रामों में जाकर और अधिक महंगे दामों पर बेचते हैं, लेकिन जानकारी के मुताबिक आबकारी विभाग के अधिकारियों की ही सह में अनुविभाग में बड़ी मात्रा में अवैध धंधा फल-फूल रहा है.

तय रेट से भी महंगे दामों पर देशी और विदेशी शराब ठेकेदार द्वारा शराब बेची जा रही है, लेकिन ठेकेदार भाऊ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. परिणाम स्वरूप शराब का शौक रखने वाले इन शराब ठेकेदारों के यहां पर लूट रहे हैं.

पवित्र नगरी को कर रहा अपवित्र
शराब ठेकेदार ने अवैध कमाई चक्कर में पवित्र नगरी को भी अपवित्र करने से पीछे नहीं रहा तभी तो उसने अपना जाल नगर समेत सुदूर ग्रामीण अंचल यहां तक कि पवित्रता की प्रतीक अमरकंटक तक फैला रखा है, जिससे एक ओर यहां पहुंच रहे दर्षनार्थी और श्रद्धालुओं को शराबियों से दो चार होना पडता है. वहीं आम जनमानस नशें की गिरफ्त मे आ रहे हैं. ठेकेदार की मनमानी ने शांत इलाके मे शुमार मैकलांचल को भी अशांत करने का कुत्सित प्रयास कर रहा है.

किसी शराब प्रेमी ने इसका वीडियो बना लिया, जिसने वीडियो को वायरल कर ठेकेदार की मनमानी और काली करतूतों को उजागर किया है. शराब प्रेमियों में आक्रोश है. स्थानीय प्रशासन भी हाथ मे हाथ धरे बैठा है. ये ठेकेदार लोगों को लूट रहा है. 200 से 300 रुपये शराब में ज्यादा वसूला जा रहा है.

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