
गरियाबंद से गिरीश जगत की रिपोर्ट
Gariaband Student Molestation School Principal Bad Touch: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले की एक हायर सेकेंडरी स्कूल की फिजाओं में उस दिन कुछ अलग घुला था। वो था गुस्से और डर का मिश्रण। लड़कियों की आंखों में आंसू नहीं, आग थी। क्योंकि अब सहना बंद कर दिया था। सालभर से दबे राज़ को उजागर कर दिया गया था।
Gariaband Student Molestation School Principal Bad Touch: स्कूल के ही प्रिंसिपल जीपी वर्मा पर यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगा। लड़कियों के मुताबिक, लंच ब्रेक के दौरान उन्हें ‘व्यक्तिगत बात’ के बहाने स्टाफ रूम में बुलाया जाता, जहां वे अश्लील इशारे और ‘बैड टच’ का शिकार होती थीं।

विरोध की कीमत—फेल कर दिया, मार्कशीट में हेरफेर कर दी
Gariaband Student Molestation School Principal Bad Touch: छात्राओं के साहसिक विरोध का जवाब स्कूल प्रशासन ने एकदम क्रूर तरीके से दिया। चार लड़कियों को जानबूझकर फेल कर दिया गया, जबकि सात अन्य की मार्कशीट में हेरफेर कर दी गई।
Gariaband Student Molestation School Principal Bad Touch: पीड़ित छात्राओं के अनुसार, उन्होंने जब प्रिंसिपल की हरकतों के खिलाफ आवाज उठाई तो उनके परीक्षा परिणामों के साथ छेड़छाड़ कर दी गई। जांच में यह तथ्य पूरी तरह प्रमाणित हो चुका है।
Gariaband Student Molestation School Principal Bad Touch: “हमने उनकी गंदी हरकतों का विरोध किया, तो उन्होंने हमारे करियर से खिलवाड़ शुरू कर दिया,” – पीड़िता रिया (बदला नाम)
कार्रवाई न होने पर स्कूल में अभिभावकों ने लगाया ताला
Gariaband Student Molestation School Principal Bad Touch: 5 जुलाई को, छात्राओं और उनके अभिभावकों ने स्कूल गेट पर ताला जड़ दिया। उनका आरोप था कि पहले से ही शिकायत और जांच के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इस सामूहिक विरोध ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया।
Gariaband Student Molestation School Principal Bad Touch: अभिभावकों ने ने कहा कि हमने सबूतों के साथ DEO को आवेदन दिया था। सब पता है, फिर भी कोई सुनवाई नहीं। स्कूल के बाहर प्रदर्शन करते माता-पिता की आंखों में आक्रोश और व्यथा दोनों थी। बेटियों की अस्मिता से खेल हुआ, लेकिन अफसरों ने चुप्पी साध ली।
जांच में आरोप सही, फिर भी टालमटोल क्यों?
Gariaband Student Molestation School Principal Bad Touch: शाला विकास समिति के अध्यक्ष उदित सेन ने बताया कि मामले की पहली शिकायत बहुत पहले हो चुकी थी। जिला शिक्षा अधिकारी ए के सारस्वत ने जांच समिति भी बनाई, जिसने छात्राओं के आरोपों को सत्य पाया।
Gariaband Student Molestation School Principal Bad Touch: मगर इसके बावजूद प्रिंसिपल को हटाया नहीं गया था। यहां तक कि पहले की जांच में प्राचार्य ने सहयोग भी नहीं किया, फिर भी कोई अनुशासनात्मक कदम नहीं उठाया गया।
आखिरकार तहसीलदार की दखल के बाद खुला स्कूल का ताला
Gariaband Student Molestation School Principal Bad Touch: प्रदर्शन के 4 घंटे बाद तहसीलदार रमेश मेहता और BEO मौके पर पहुंचे और स्कूल का ताला खुलवाया। अधिकारियों ने **परीक्षा परिणाम से जुड़े दस्तावेज और पंजी