गिरीश जगत, गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में वनों की कटाई और वन्य जीवों का शिकार लगातार जारी है. आए दिन कारनामे सामने आते रहते हैं. इन सबके बीच वन अमले ने बड़ी कार्रवाई की है. एक साथ कई गाड़ियों में एक गांव पहुंचे, जहां हड़कंप मच गया. वहीं दो हिरणों के शिकारियों को गिरफ्तार किया गया है.
दरअसल, वन प्राणी शिकार और अवैध वन कटाई के दो अलग-अलग मामले में गरियाबंद वन विभाग ने आरोपियों को दबोचा है. पहला मामला मैनपुर वन परिक्षेत्र से जुड़ा हुआ है. बीती रात करीबन 9 बजे कोदोभाठा के जंगल से 2 कोटरी का शिकार कर 4 आरोपी गांव की ओर ले जा रहे थे. वन अमला ने रंगे हाथों पकड़ लिया.
आरोपी अवध राम,लोचन व हेमंत को वन विभाग ने गिरफ्तार कर लिया है. एसडीओ राजेंद्र सोरी ने कहा की पकड़े गए आरोपीयों के खिलाफ वन्य प्राणी अधिनियम के तहत कार्यवाही कर न्यायालय में भेजने की तयारी की जा रही है।मामले से जुड़ा एक आरोपी फरार जिसकी गिरफ्तारी के लिए पतासाजी किया जा रहा है.
दूसरा मामला उदंती सीतानदी अभ्यारण्य का है. इसकी सीमा से लगे ओडिशा के सिनापाली ब्लॉक के गांव में वन विभाग की टीम ने 10 से ज्यादा घरों में छापा मार कार्रवाई की. छापेमारी में सागौन और बेशकीमती इमारती लकड़ी के चिरान और इससे बनाए जा रहे फर्नीचर भारी मात्रा में जब्त किए गए हैं.
जप्त चिरान व फर्नीचर की कीमत 10 लाख से ज्यादा बताई गई है. अभयारण्य प्रशासन को पुख्ता सूचना मिली थी कि उनके जंगलों से इमारती लकड़ी काट कर ओडिशा ले जाया गया है.
उपनिदेशक वरुण जैन ने बताया कि इस कार्रवाई के लिए ओडिशा वन विभाग की मदद ली गई थी. सयुंक्त कार्रवाई से इमारती चिरान जब्त कर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है.
Read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanistan Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS