Devotees in Shiva temples on the last Monday of Sawan: सावन माह का आज आखिरी सोमवार है। रायपुर समेत प्रदेश के शिव मंदिरों को फूलों से सजाया गया है। हर तरफ हर-हर महादेव की गूंज है। सुबह 4 बजे से ही अधिकांश शिव मंदिरों के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। मंदिरों में पूजा-अर्चना और जलाभिषेक का क्रम जारी है जो रात तक जारी रहेगा। रायपुर के प्राचीन श्री हाटकेश्वरनाथ को फूलों से सजाया गया है।
महंत सुरेश गिरी ने बताया कि सोमवार शाम 7.30 बजे भव्य महाआरती होगी। पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ बाबा भोलेनाथ की आरती कर सावन माह को विदाई दी जाएगी। उधर, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपने परिवार के साथ भगवान महाकाल के दर्शन करने उज्जैन पहुंचे। महाकाल मंदिर के गर्भगृह में जलाभिषेक किया। बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं श्रद्धालु रक्षाबंधन पर्व और सोमवार होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचे हैं। शिव मंदिरों में सुबह 4 बजे से भगवान भोले नाथ का विशेष श्रृंगार करने के बाद सहस्त्रधारा अभिषेक, रुद्राष्टाध्यायी पाठ और भव्य महाआरती जैसे कार्यक्रम चल रहे हैं।
बुधेश्वर महादेव का रौद्र रूप में श्रृंगार
बूढ़ापारा स्थित स्वयंभू श्री बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में भगवान का उज्जैन महाकाल की तर्ज पर रौद्र रूप में श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर ट्रस्ट समिति ने बताया कि सुबह से ही लोग मंदिर में जल और बेलपत्र चढ़ाने पहुंच रहे हैं। शाम चार बजे के बाद ही भक्त भगवान के रौद्र रूप के दर्शन कर सकेंगे।
शिव महापुराण का शुभारंभ
शाम को खम्हारडीह स्थित श्री सुरेश्वर महादेव पीठ में भगवान का अर्धनारीश्वर रूप में श्रृंगार किया जाएगा। बैजनाथ पारा स्थित बैद्यनाथ धाम में सुबह शिव पूजन और अभिषेक किया जाएगा। दोपहर तीन बजे से संस्कृति देवी की शिव महापुराण कथा शुरू होगी।
नीलकंठेश्वर महादेव
भटगांव स्थित श्री नीलकंठेश्वर महादेव का चांदी और फूलों से श्रृंगार किया जाएगा। सुबह 10 बजे रुद्राभिषेक किया जाएगा। मंदिर समिति ने भंडारे का आयोजन किया है। शाम को आरती कर सावन माह को विदाई दी जाएगी। अंतिम दिन होने के कारण जिन लोगों ने सावन माह में रुद्राभिषेक नहीं किया है, वे करेंगे। रक्षाबंधन का पर्व भी आज मनाया जाएगा।
101 भक्तों ने किया भोलेनाथ का अभिषेक
सावन माह के अंतिम सोमवार और रक्षाबंधन के दिन पेंड्रा के ज्वालेश्वर महादेव मंदिर समेत शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करने के लिए लोग सुबह से ही कतारों में खड़े हैं। स्थानीय शीतला मंदिर में पूरे सावन माह में 101 भक्तों द्वारा भगवान भोलेनाथ का भक्तिभाव से अभिषेक किया गया। इस दौरान प्रतिदिन कन्याओं को कन्या भोजन कराया गया।
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