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: जिसने बेटी को बहलाया, वही बन गया दरिंदा: गरियाबंद में झाड़ियों में आपत्तिजनक हालत में मिली बच्ची, मासूम को छोड़कर भागा हैवान, जानिए फिर कैसे पकड़ा गया ?

गिरीश जगत, गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में चार साल की मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी की कोशिश ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। देव उठनी एकादशी की शांत दोपहर अचानक चीखों और अफरातफरी में बदल गई, जब लापता हुई बच्ची झाड़ियों के बीच आपत्तिजनक हालत में मिली। ग्रामीणों ने मौके से भागे आरोपी को कुछ घंटों बाद पकड़ लिया — हाथ-पैर बांधे, रस्सियों में जकड़ा हुआ, और फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया।

गायब हुई मासूम, गांव में मची हलचल

वारदात गरियाबंद जिले के छुरा थाना क्षेत्र की है। दोपहर के वक्त गांव की यह चार साल की बच्ची खेलते-खेलते अचानक गायब हो गई। जब वह देर शाम तक घर नहीं लौटी, तो परिवारवालों ने आसपास के खेतों, गलियों और मंदिरों में उसकी तलाश शुरू कर दी। मां की आंखों में डर था और पिता के होंठों पर बस एक ही सवाल — “मेरी बेटी कहां है?”

देव उठनी एकादशी की पूजा में झलका खौफनाक सच

शाम के करीब ग्रामीण खेतों के पास पूजा-अर्चना के लिए गए थे। तभी किसी की नज़र झाड़ियों में पड़ी — वहां बच्ची डरी-सहमी, बदहवास हालत में पड़ी थी। कपड़े अस्त-व्यस्त थे, शरीर पर खरोंचों के निशान थे और होंठ सिसकियों से कांप रहे थे। ग्रामीणों ने जैसे ही बच्ची को देखा, सन्नाटा छा गया।

उसी वक्त पास के खेत से रेवा दीवान (35 वर्ष) नाम का एक युवक भागते देखा गया। ग्रामीणों को शक हुआ कि वही बच्ची को बहला-फुसलाकर वहां लाया था। लोगों ने घायल बच्ची को घर पहुंचाया और पूरे गांव में हड़कंप मच गया।

गांव का गुस्सा फूटा, आरोपी बंधा रस्सियों में

कुछ घंटों बाद जब रेवा दीवान गांव लौटा, तो लोगों ने उसे घेर लिया। पहले तो वह सफाई देने लगा, लेकिन गुस्से से उबलते ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया। रस्सियों से हाथ-पैर बांध दिए, और बीच चौपाल में खंभे से जकड़कर रख दिया। किसी ने पुलिस को सूचना दी — “हमने आरोपी को पकड़ लिया है, जल्दी आइए।”

थोड़ी देर में छुरा पुलिस मौके पर पहुंची। गांव में भारी भीड़ जमा थी। गुस्से और दर्द के बीच पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया। बच्ची को तत्काल स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उसका मेडिकल परीक्षण किया गया।

पहले भी कर चुका है निंदनीय हरकतें

स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक, रेवा दीवान पहले भी बच्चियों से अनुचित हरकतें कर चुका है। कई बार गांव वालों ने उसकी हरकतों की शिकायत की, लेकिन मामला दबा दिया गया। इस बार लोगों ने चुप्पी तोड़ दी — “अब नहीं, अब किसी की बेटी पर यह जुल्म नहीं।”

पुलिस ने जांच शुरू की, गांव में पसरा सन्नाटा

छुरा थाना प्रभारी ने बताया कि यह अत्यंत संवेदनशील मामला है, और पुलिस बच्ची के बयान, मेडिकल रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है। आरोपी के खिलाफ अनाचार के प्रयास की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

इस घटना ने गरियाबंद के लोगों को भीतर तक हिला दिया है। गांव में अब भी खामोशी है, सिर्फ बच्ची की मां की सिसकियां उस खामोशी को तोड़ती हैं। वह बार-बार कहती है —

“भगवान का त्योहार था... और मेरी बच्ची पर शैतान का साया पड़ गया।”

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