Chhattisgarh Sarangarh Congress leader Hariram Patel murder revealed: छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ जिले के बरमकेला थाना क्षेत्र में कांग्रेस नेता हरिराम की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। हत्या की योजना दो दिन पहले ही बना ली गई थी। आरोपियों ने ओडिशा से हथियार बनवाए और उस पर लगातार हमला कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, कामरीद गांव निवासी हरिराम पटेल मंगलवार रात बरमकेला से घर लौट रहा था। इसी दौरान रास्ते में सिंगारपुर गांव के पास धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी गई और शव को सड़क किनारे फेंक दिया गया। हरिराम पटेल ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कार्यकारिणी सदस्य थे। वह आसपास के गांवों में सक्रिय थे।
ज्यादा ब्याज लेनी बनी हत्या की वजह
सारंगढ़ एसपी पुष्कर शर्मा ने खुलासा किया कि हरिराम पटेल ब्याज पर पैसा उधार देता था। उसने बरमकेला क्षेत्र के हिर्री निवासी हेमानंद सारथी और सहजपाली निवासी गोकुर सिदार को ब्याज पर पैसा दिया था। वह उनसे ज्यादा ब्याज लेता था। इसी वजह से आरोपी नाराज थे। ब्याज के तौर पर लेने थे 16 हजार रुपए
आरोपी हेमन्द सारथी ने बताया कि उसने 12 जुलाई को हरिराम से 80 हजार रुपए ब्याज पर लिए थे। हरिराम ने हर 4 दिन में 16 हजार रुपए ब्याज के तौर पर लेना तय किया था। दो किस्तों में 32 हजार रुपए चुकाए जा चुके थे। तीसरी किस्त 24 जुलाई को चुकानी थी।
हर महीने देना पड़ रहा ब्याज
आरोपी गोकुल सिदार ने बताया कि उसने एक साल पहले 10 हजार रुपए ब्याज पर लिए थे। जिसका कुछ मूलधन चुकाने के बाद उसे 7500 रुपए मूलधन पर हर महीने 1500 रुपए ब्याज देना पड़ रहा था।
4 साथी थे शामिल
ज्यादा ब्याज लेने के कारण हेमन्द और गोकुल सिदार ने अपने चार साथियों मिनेन्द्र कुमार सारथी, आत्मा राम सारथी, राजू चौहान और श्रवण कुमार सारथी के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची थी। उन्होंने ओडिशा से हथियार बनवाए और उनसे हरिराम की हत्या कर दी।
कड़ाई से पूछताछ में उगला राज
घटना के बाद बरमकेला, सरिया, कोतवाली, डोंगरीपाली और साइबर सेल प्रभारी के नेतृत्व में अलग-अलग पुलिस टीम गठित की गई। प्रारंभिक जांच में संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। कड़ाई से पूछताछ के बाद आरोपियों ने जुर्म कबूल कर लिया। जिसके बाद आरोपियों की पहचान पर हत्या में प्रयुक्त हथियार, मोबाइल, जले हुए कपड़ों की राख जब्त की गई है।
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