मुंगेली में बैगाओं का कौन छीन रहा हक ? राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों की कौन सुनेगा पीड़ा, MP के लोगों का अवैध कब्जा, विरोध करने पर पीटा, बच्चों के साथ पहुंचे कलेक्ट्रेट
नईम खान, मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के सीमावर्ती क्षेत्र लोरमी के झिरिया से भारी बारिश के बीच विशेष संरक्षित बैगा आदिवासी के लोग अपनी समस्याओं को लेकर बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान कलेक्टर से अपनी पीड़ा सुनाई।
Chhattisgarh Mungeli Baiga tribal land illegal occupation: जल जंगल जमीन के भरोसे जीवन यापन करने वाले यह बैगा आदिवासी कहने को तो यह राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहलाते हैं, जिन्हें संरक्षित रखने की जिम्मेदारी प्रशासन की है, लेकिन इन दिनों अन्य व्यक्तियों के द्वारा इनके हक अधिकार को छीनने का प्रयास किया जा रहा है।
Chhattisgarh Mungeli Baiga tribal land illegal occupation: दरअसल, इन बैगा आदिवासियों का आरोप है कि मुंगेली जिले की सीमा से लगे मध्यप्रदेश से बड़ी संख्या में अन्य व्यक्तियों को बसाया जा रहा है। इनकी विरासत जंगल से इनको मारपीट करके बेदखल करने का प्रयास किया जा रहा है।
Chhattisgarh Mungeli Baiga tribal land illegal occupation: बताया जा रहा है कि कुछ दिन पूर्व अन्य व्यक्तियों के द्वारा बलपूर्वक इनके कम्पार्टमेन्ट में खेती कार्य किया जा रहा था, जिसका विरोध करने पर इनके साथ मारपीट की गई मामले पर खुड़िया चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
Chhattisgarh Mungeli Baiga tribal land illegal occupation: हालातों से मजबूर भारी बारिश के बावजूद छोटे छोटे मासूम बच्चों, बुर्जुगों के साथ आज यह कलेक्ट्रेट पहुंचे। बेबस बैगा आदिवासियों के इस मामले पर कलेक्टर ने डीएफओ को समस्या का निराकरण के लिए निर्देशित किया है।
Chhattisgarh Mungeli Baiga tribal land illegal occupation: साथ में उन्होंने सख्त लहजे पर कहा है कि जो व्यक्ति इस तरह की करतूत कर रहा है, उनके खिलाफ थाने में मामला दर्ज कर जेल भेजें। वहीं उन्होंने अपील की है कि बेवजह जंगल मे कब्जा करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जंगल को संरक्षित करने प्रशासन की जवाबदेही है।
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