छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की भाटिया शराब फैक्ट्री को फटकार: वकील बोला- किसानों ने मछलियों को मारकर फेंकी, न्यायालय ने जताई कड़ी नाराजगी, जानिए क्या कहा ?
Chhattisgarh High Court Bhatia Liquor Factory Pollution Case: छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने मुंगेली में शराब फैक्ट्री के जहरीले केमिकल से लाखों मछलियों की मौत के मामले की सुनवाई की। इस दौरान शराब फैक्ट्री के वकील ने कोर्ट को बताया कि फैक्ट्री के केमिकल से मछलियां नहीं मरी हैं। मछली पालकों ने मरी हुई मछलियां नदी में फेंकी हैं। इस दलील को सुनकर हाईकोर्ट ने नाराजगी जताई।
Chhattisgarh High Court Bhatia Liquor Factory Pollution Case: इस दौरान कोर्ट ने कहा कि पहले पर्यावरण प्रदूषण बोर्ड के नोटिस का जवाब दें, फिर कार्रवाई तय होगी। साथ ही भाटिया वाइन फैक्ट्री से 2 सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है। साथ ही हाईकोर्ट ने कहा कि फैक्ट्री संचालक पर्यावरण प्रदूषण रोकने के उपायों की जानकारी दे।
2 सप्ताह बाद होगी सुनवाई
Chhattisgarh High Court Bhatia Liquor Factory Pollution Case: वहीं, शिवनाथ नदी में जहरीले केमिकल से लाखों मछलियों और कुछ मवेशियों की मौत पर पर्यावरण प्रदूषण बोर्ड ने हाईकोर्ट के समक्ष अपना जवाब पेश किया। इस दौरान कहा गया कि प्रदूषण फैलाने के आरोप में फैक्ट्री संचालक को अप्रैल में नोटिस जारी किया गया था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। मामले की अगली सुनवाई 2 सप्ताह बाद होगी।
क्या है पूरा मामला?
Chhattisgarh High Court Bhatia Liquor Factory Pollution Case: बता दें कि मुंगेली की शिवनाथ नदी में लाखों मछलियों की मौत और प्रदूषण फैलाने वाली मोहभट्टा स्थित भाटिया शराब फैक्ट्री के खिलाफ हाईकोर्ट ने 20 जुलाई को खुद संज्ञान लिया था। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और रवींद्र कुमार अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने राज्य के मुख्य सचिव से जवाब मांगा था।
Chhattisgarh High Court Bhatia Liquor Factory Pollution Case: इसमें आबकारी, पर्यावरण के प्रमुख सचिव, मुंगेली कलेक्टर, एसपी और आबकारी उपायुक्त समेत 7 लोगों को पक्षकार बनाया गया था, जिसकी सुनवाई 22 जुलाई यानी सोमवार को हुई।
नदी में डाली जा रही है घटिया क्वालिटी की स्प्रिट
Chhattisgarh High Court Bhatia Liquor Factory Pollution Case: रायपुर रोड पर मोहभट्टा धूमा स्थित भाटिया वाइन के प्लांट से निकलने वाली घटिया क्वालिटी की स्प्रिट शिवनाथ नदी में डाली जा रही है। इसके चलते 3 दिन पहले लाखों मछलियां मर गई थीं। दूषित पानी पीने से नदी में कुछ मवेशी भी मृत पाए गए हैं। वहीं मामले को दबाने के लिए भाटिया वाइन प्रबंधन ने मजदूर भेजकर नदी की सफाई भी करवा दी।
पर्यावरण विभाग ने लिया जहरीले पानी का सैंपल
Chhattisgarh High Court Bhatia Liquor Factory Pollution Case: आबकारी और पर्यावरण विभाग की टीम भी गांव पहुंची। पर्यावरण विभाग के अधिकारियों ने खजरी में जमा जहरीले पानी के सैंपल भी लिए। वहीं विश्व हिंदू परिषद की शिकायत पर सरगांव पुलिस ने एनीकट में मिले गाय के शव का पोस्टमार्टम कराया। पुलिस जांच के बाद भाटिया वाइन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कह रही है।
ग्रामीण अपना नाम बताने से भी डर रहे हैं
Chhattisgarh High Court Bhatia Liquor Factory Pollution Case: यह समस्या शराब फैक्ट्री बनने के बाद से इलाके में शुरू हुई। हालांकि डर के कारण स्थानीय लोगों ने इसका विरोध नहीं किया। जब प्रभावित इलाके में पहुंची तो लोगों ने सारी समस्याएं बताईं, लेकिन नाम लिखने से मना कर दिया।
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ग्रामीणों की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं
Chhattisgarh High Court Bhatia Liquor Factory Pollution Case: ग्रामीणों ने बताया कि तेज दुर्गंध, आंख और त्वचा में जलन की समस्या के बाद महिलाओं ने पहली शिकायत 31 मई 2023 को पर्यावरण विभाग से की थी। दूसरी शिकायत 18 अप्रैल 2024 को की गई। इसके बाद विभाग को पानी का सैंपल भी दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
एक बड़े नेता का कनेक्शन भी सामने आया
Chhattisgarh High Court Bhatia Liquor Factory Pollution Case: बताया जा रहा है कि भाटिया शराब फैक्ट्री के गुर्गों और वहां रहने वाले कुछ प्रभावशाली लोगों के डर से स्थानीय लोग आवाज नहीं उठाते। यह भी बात सामने आ रही है कि एक बड़े नेता प्रबंधन का साथ दे रहे हैं। इलाके के लोग डर के कारण कुछ नहीं बोलते, जबकि वे नरक जैसी जिंदगी जीने को मजबूर हैं।
एक युवक द्वारा वीडियो बनाने के बाद मचा हड़कंप
Chhattisgarh High Court Bhatia Liquor Factory Pollution Case: स्थानीय लोग नदी में मरी हुई मछलियों को खाने के लिए घर ले जा रहे थे। इस दौरान कोनी गांव के युवक ज्ञान चंद वर्मा ने उन्हें जागरूक करने के लिए वीडियो बना लिया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद हड़कंप मच गया।
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