
CG Liquor Scam; Congress Kawasi Lakhma Raipur ED Office Update: रायपुर स्थित ईडी कार्यालय में छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा से अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। यहां लखमा के बेटे हरीश कवासी और उनके तत्कालीन ओएसडी जयंत देवांगन भी मौजूद हैं।
CG Liquor Scam; Congress Kawasi Lakhma Raipur ED Office Update: लखमा ने कहा कि मैं निर्दोष हूं, गरीब आदमी हूं, सरकार मुझे जानबूझकर फंसा रही है। मुझे परेशान करने वालों को भगवान नहीं बख्शेंगे। लखमा ने कार्यालय जाने से पहले ये बातें कहीं।
CG Liquor Scam; Congress Kawasi Lakhma Raipur ED Office Update: लखमा ने आगे कहा कि घर और कार से मिले सभी दस्तावेज विधानसभा से जुड़े हैं। कहीं कोई नकदी या एक पैसा भी नहीं मिला। ये लोग कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन सच नहीं छिपा सकते।
CG Liquor Scam; Congress Kawasi Lakhma Raipur ED Office Update: आपको बता दें कि शराब घोटाला मामले में ईडी को कवासी के खिलाफ सबूत मिले हैं। ईडी का दावा है कि कवासी अवैध शराब बिक्री में कमीशन लेते थे।
मैं लगातार जीतता रहा हूं, मुझे दबाया जा रहा है- लखमा
लखमा के मुताबिक मैंने विधानसभा में बस्तर की आवाज उठाई। इसलिए मेरे खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मैं लगातार चुनाव जीतता रहा हूं। भाजपा न तो जिला पंचायत जीत पाई और न ही नगर पंचायत। इसलिए मुझे दबाया जा रहा है।
मेरे पास 2 एकड़ जमीन के अलावा कोई संपत्ति नहीं- कवासी लखमा
शराब घोटाले में ईडी की छापेमारी के बाद कवासी लखमा ने कहा कि मैं निर्दोष हूं। अपनी संपत्ति पर सफाई देते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि मैं किसी राजनीतिक परिवार से नहीं हूं। मैंने 2009 में जगदलपुर में 2 एकड़ जमीन खरीदी थी। इसके अलावा मेरे पास कोई संपत्ति नहीं है।
CG Liquor Scam; Congress Kawasi Lakhma Raipur ED Office Update: मैं कभी वार्ड मेंबर या सरपंच भी नहीं रहा। मैं तोरा, महुआ, इमली का कारोबार करता था। फिर मैं कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गया। मुझे सुकमा से टिकट मिला और मैं जीता। वहां 15 साल में भाजपा नहीं जीत पाई। लेकिन मुझे न्यायपालिका पर भरोसा है।
लखमा के खिलाफ ईडी कार्रवाई कर सकती है
CG Liquor Scam; Congress Kawasi Lakhma Raipur ED Office Update: इससे पहले ईडी ने शराब कारोबारी और रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर, आबकारी विभाग के अधिकारी एपी त्रिपाठी समेत 5 लोगों को सबूतों के साथ गिरफ्तार किया है। इसी तरह लखमा के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
ईडी ने कार्रवाई पर क्या खुलासा किया
28 दिसंबर 2024 को ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, उनके बेटे हरीश कवासी के घर पर छापा मारा था। टीम रायपुर के धरमपुरा स्थित कवासी लखमा के बंगले पर पहुंची थी। पूर्व मंत्री की गाड़ी को घर से बाहर निकालकर तलाशी ली गई।
इसके साथ ही चौबे कॉलोनी में कवासी के करीबी सुशील ओझा के घर और सुकमा जिले में लखमा के बेटे हरीश लखमा और नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर पर भी छापेमारी की गई।
आपत्तिजनक अभिलेख भी मिले
ईडी ने एक्स पर लिखा कि, छत्तीसगढ़ के शराब घोटाला मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में स्थित 7 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया।
ईडी घोटाले की प्रासंगिक अवधि के दौरान कवासी लखमा द्वारा अपराध की आय (पीओसी) के नकद उपयोग से संबंधित साक्ष्य जुटाने में सफल रही है। इसके अलावा, तलाशी में कई डिजिटल डिवाइस बरामद और जब्त किए गए हैं, जिनमें आपत्तिजनक अभिलेख होने का अनुमान है।
कवासी को मिला 2161 करोड़ का कमीशन
लखमा के खिलाफ कार्रवाई के बारे में निदेशालय ने कहा कि ईडी की जांच में पहले ही पता चला था कि अनवर ढेबर, अनिल टुटेजा और अन्य का एक शराब सिंडिकेट छत्तीसगढ़ राज्य में काम कर रहा था। इस घोटाले की राशि 2161 करोड़ रुपये है। जांच में पता चला है कि कवासी लखमा को शराब घोटाले से पीओसी से हर महीने कमीशन मिला है।
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