Bilaspur Leaders’ pockets picked in Union Minister of State’s rally: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू की स्वागत रैली के दौरान जेबकतरों ने शिक्षक नेताओं, भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की जेबें काट लीं। रेलवे स्टेशन से लेकर चौक-चौराहों पर जेबकतरों ने एक दर्जन से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया। थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।
दरअसल, सोमवार को नवनिर्वाचित सांसद तोखन साहू केंद्रीय राज्य मंत्री बनने के बाद पहली बार शहर पहुंचे थे। जब उनका काफिला ट्रेन से रेलवे स्टेशन पहुंचा, तो बड़ी संख्या में भाजपा नेता और समर्थक उनका स्वागत करने पहुंचे थे। तभी भीड़ में जेबकतरों ने उनकी जेबों से पैसे और एटीएम कार्ड समेत जरूरी दस्तावेज निकाल लिए।
शिक्षक नेताओं की जेबें काटी
केंद्रीय राज्य मंत्री का शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर जोरदार स्वागत किया गया। शिक्षक संघ के अध्यक्ष संजय शर्मा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में संघ के पदाधिकारी और शिक्षक अग्रसेन चौक के पास उनका स्वागत करने पहुंचे थे।
इस दौरान भीड़ में उनकी जेबें काट ली गईं। संघ के सचिव मनोज सनाड्य ने बताया कि आधा दर्जन शिक्षकों की जेबें काटी गई हैं। जिसमें उनके पैसे, आईडी कार्ड, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड आदि रखे थे। उन्होंने सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
पुलिस सुरक्षा पर सवाल, भीड़ में घुसे जेबकतरे
केंद्रीय राज्यमंत्री के शहर आगमन पर रेलवे स्टेशन से लेकर विभिन्न चौक-चौराहों पर सुरक्षा के लिए पुलिस अधिकारी व जवान तैनात किए गए थे। इसके बावजूद जेबकतरे रेलवे स्टेशन से लेकर अग्रसेन चौक, नेहरू चौक व अन्य कई स्थानों पर घुस गए और नेताओं व कार्यकर्ताओं की जेब से पैसे निकाल लिए। इस दौरान पुलिस अधिकारी व जवान वीवीआईपी ड्यूटी में व्यस्त थे और उन्हें जेबकतरों की भनक तक नहीं लगी, जिसके चलते बड़ी संख्या में लोग जेबकतरों का शिकार हो गए।
जीआरपी ने नहीं लिखी रिपोर्ट
रेलवे स्टेशन पर भीड़ में जेबकतरी का शिकार हुए नेहरू नगर निवासी उमेश चंद्र शुक्ला शिकायत लेकर जीआरपी थाने पहुंचे, जहां उन्होंने अपना पर्स चोरी होने की शिकायत की। लेकिन पुलिस वालों ने उनका मामला दर्ज नहीं किया और गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा और कहा कि जब जेबकतरे पकड़े जाएंगे तो उन्हें सूचना देंगे। इधर, परेशान उमेश चंद्र शुक्ला अपना पर्स गुम होने की शिकायत देकर लौट गए।
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