दंतेवाड़ा/अनूपपुर। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले से एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया गया है. ठगी की वारदात के मास्टर माइंड ने बड़े शातिराना तरीके से ठगी की वारदात की प्लानिंग की थी, लेकिन पुलिस के हाथों से बच नहीं सका. आरोपी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सुपरवाइजर बनाने के नाम पर 10 लाख की ठगी की थी. दो जिले और 3 थानों की पुलिस शातिर की तलाश कर रही थी. आखिरकार MP के अनूपपुर जिले से गिरफ्तार किया गया.
दरअसल, पूरा मामला दंतेवाड़ा के किरंदुल का है. किरंदुल पुलिस अपने आपको मंत्रालय का अधिकारी बताकर 10 लाख की ठगी करने वाले मुख्य आरोपी महेंद्र तिवारी को मध्य प्रदेश के अनूपपुर से गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है.
आरोपी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सुपरवाइजर बनाने और उसके बेटे को एनएमडीसी में नौकरी लगाने के नाम पर महेंद्र तिवारी और उसके साथियों ने 10 लाख की ठगी की थी.
पीड़िता ने थाने में शिकायत दर्ज करने के बाद थाना प्रभारी जितेंद्र ताम्रकार ने टीम बनाकर आरोपी की पतासाजी की और उसको मध्य प्रदेश के अनूपपुर से गिरफ्तार कर आईपीसी की धारा 420,120बी 34 के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
लगातार जालसाजी के मामले को लेकर किरंदुल पुलिस कार्रवाई कर रही है. साइबर सेल की मदद से फोन नंबर को ट्रेस कर आरोपियों को दूसरे राज्यों से गिरफ्तार कर रही है. पुलिस की इस कार्रवाई की आम जनता मैं भी सराहना की है.
कौन है शातिर और कहां का है निवासी ?
आरोपी नाम महेन्द्र तिवारी उर्फ अशोक पाण्डे पिता शेषमणी तिवारी उम्र- 31 वर्ष, निवासी कामरान टोला, उरतान थाना कोतमा, जिला अनुपपुर निवासी है, जो अपने आपको मंत्रालय का अधिकारी बताकर नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी कर पैसा लेता था, जिसके संबंध में बलौदाबाजार में जुर्म दर्ज किया गया था. अपराध क्रमांक 484/2021 धारा 420, 34 भादवि और थाना अर्जुनी, जिला धमतरी में अपराध क्रमांक 215/2021 धारा 420, 120(बी), 34 भादवि पंजीबद्ध है.
जिला जेल धमतरी में निरूद्ध होने की सूचना पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रट से प्रोडक्शन वारंट जारी करवाकर दिनांक 16/08/2022 को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है. प्रकरण में पूर्व में ही दो आरोपियों को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है.