: MP News: जहांगीराबाद में जालसाज ने बीएसएफ का अधिकारी बनकर डॉक्टर से 88 हजार ठगे, धोखाधड़ी का मामला दर्ज
News Desk / Mon, Feb 13, 2023
ऑनलाइन फ्रॉड - फोटो : फाइल फोटो
विस्तार
भोपाल के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में जालसाज ने एक चिकित्सक से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का अधिकारी बनकर 88 हजार रुपए ठग लिए। ठगी का पता चलने के बाद डॉक्टर ने पुलिस में शिकायत की। शिकायत जांच के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
इलाज कराने के नाम पर मांगी गई बैंक खाते की जानकारी
जहांगीराबाद थाने के उप निरीक्षक लक्ष्मण राय ने बताया कि डॉक्टर नाजिम खान डी-मार्ट के पीछे जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने पुलिस से की गई शिकायत में बताया कि उनके पास 15 दिसंबर 2022 को एक नए नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को सीमा सुरक्षा बल का अधिकारी बताते हुए अपना इलाज कराने की बात कही। इसके बाद जालसाज ने डॉक्टर से कंसल्टेंसी फीस पूछी। डॉक्टर ने उसे कंसल्टेंसी की अपनी फीस बताई।
इसके बाद जालसाज ने कहा कि आप अपना बैंक खाता नंबर दीजिए, मैं उसमें पैसे भेज देता हूं। फरियादी ने अपना बैंक खाता नंबर जालसाज को बता दिया। इसके बाद जालसाज ने डॉक्टर को बातों में उलझाकर बैंक खाते संबंधी गोपनीय जानकारी भी हासिल कर ली। इसके बाद डॉक्टर के मोबाइल पर 88 हजार रुपये निकालने का मैसेज आया, तब उन्हें ठगी का पता चला।
डॉक्टर ने और नुकसान से बचने के लिए खाता कराया होल्ड
डॉक्टर तुरंत समझ गए कि जालसाज उनके बैंक खाते से पैसे निकाल रहा है। इसके बाद उन्होंने तुरंत बैंक फोन कर अपने खाते से किए जा रहे सभी ट्रांजेक्शन को होल्ड करने को कहा। चूंकि बैंक अधिकारी डॉक्टर को जानते थे, इसलिए बैंक ने बाद में सभी ट्रांजेक्शन निरस्त कर दिए। इस वजह से डॉक्टर को सिर्फ 88 हजार रुपये की ही चपत लगी। अगर बैंक खाता होल्ड नहीं करता तो जालसाज उसमें जमा बाकी रकम भी निकाल लेता।
फरियादी ने साइबर सेल में भी शिकायत की थी। जांच के बाद साइबर सेल ने मामला दर्ज करने के लिए केस जहांगीराबाद थाने को सौंप दिया। पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नौकरी लगवाने का झांसा देकर एक अन्य व्यक्ति से 50 हजार ठगे
इसी तरह जहांगीराबाद थाने के बरखेड़ी में रहने वाले वैभव चंद्रवंशी को एक शातिर ठग ने बैंक अधिकारी बनकर फोन किया और नौकरी लगवाने का झांसा दिया। वैभव प्राइवेट नौकरी करता है और सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करता रहता है। चूंकि जालसाज ने सरकारी नौकरी का ऑफर दिया था, इसलिए फरियादी उसके झांसे में आ गया। इसके बाद नौकरी लगवाने के नाम पर जालसाज ने वैभव से खाते की जानकारी और कुछ व्यक्तिगत जानकारी मांगी। इसके बाद खाते से पचास हजार रुपये निकाल लिए। वैभव की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
Source link
विज्ञापन
विज्ञापन
जरूरी खबरें
विज्ञापन