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खाद्य मंत्री के गृह जिले में 3 मौत: पुष्पराजगढ़ में उल्टी दस्त से बैगा महिलाओं ने तोड़ा दम, 20 ग्रामीण अस्पताल में भर्ती, खाक छान रहा स्वास्थ्य विभाग

अनूपपुर। मध्य प्रदेश के खाद्य मंत्री बिसाहू लाल सिंह के गृह जिले से बड़ी खबर निकल कर सामने आई है. यहां राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले बैगा जनजाति 3 महिलाओं की मौत हो गई. समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण बैगा जनजाति महिलाओं की मौत हुई है, जबकि 13 बैगा जनजाति के ग्रामीण राजेंद्रग्राम स्वास्थ्य विभाग और 6 दमेहड़ी अस्पताल में भर्ती हैं. हैरानी की बात ये है कि 1 जनवरी को BMO पहुंचे थे, उसके बाद भूल गए. तीन दिन बीतने को है शिविर नहीं लगाया गया है.

प्रदेश के मंत्रियों के गृह जिले में ये हाल है तो आप प्रदेश में स्वास्थ्य व्यस्था को लेकर समझ सकते हैं. दरअसल, पुष्पराजगढ़ के ग्राम कालाडीह (महोरा) में उल्टी दस्त के कारण तीन महिलाओं ने दम तोड़ दिया है. इलाके में मौत के बाद मातम का माहौल है, लेकिन विभाग ग्रामीण इलाके में पांव रखने से कतरा रहा है. तीन लोगों की मौत में झिंगिया बाई, सोन गोबली, और भागवती बैगा मौत हो गई है.

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उल्टी दस्त की सूचना मिलते ही पंचायत सचिव संजय ने बीमारों को दमेहडी स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया. जहां से 20 लोगों को राजेन्द्रग्राम अस्पताल रेफर कर दिया गया. 3 जनवरी को भी सभी का इलाज जारी है. कई लोगों की हालत खराब है. तीन मौत हो जाने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर गंभीर नहीं है. लोग जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं.

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1 जनवरी को BMO SK सिंह मौके पर पहुंचे थे. सभी गंभीर बीमारों को राजेन्द्रग्राम में भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक दशगात्र कार्यक्रम में सभी शामिल हुए थे, जिसमें खाना खाने के बाद सभी बीमार पड़े हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है.

मामले में CMHO डॉ. एससी राय से बातचीत की गई. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी टीम गांव में मौजूद है. कैंप लगाए हुए हैं. साथ ही बीमार लोगों का राजेंद्रग्राम में इलाज जारी है, लेकिन हैरानी की बात ये है कि तीन मौत के बाद भी कैंप नहीं लगाया गया गया. 4 जनवरी को कैंप लगाने की बात BMO SK सिंह कह रहे हैं.

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