ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में सीएमएचओ ने 25 आशा और उषा कार्यकर्ताओं को बर्खास्त कर दिया है. इन कार्यकर्ताओं ने सीएम के खिलाफ घेराव कर नारेबाजी की थी. जिसके बाद उन पर प्राथमिकी दर्ज हुआ था और अब नौकरी से निकाल दिया गया है.
दरअसल आशा उषा कार्यकर्ता कई महीनों से ग्वालियर के फूलबाग चौराहे पर धरना-प्रदर्शन कर रही हैं. उनकी मांग है कि आशा को 10 हजार रुपये और उषा कर्मियों को 15 हजार रुपये मानदेय दिया जाए. जबकि उनका मानदेय मात्र दो हजार रुपये है.
इन मांगों को लेकर आशा उषा कार्यकर्ता ग्वालियर आगमन पर सीएम से मिलना चाहती थीं और उन्हें अपनी मांगों से अवगत कराना चाहती थीं. लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने उन्हें मिलने नहीं दिया. जिसके बाद आक्रोशित आशा उषा कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और सुरक्षा घेर तोड़कर सीएम विरोधी नारे लगाए.
पुलिस ने आशा उषा कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था. अब इस मामले में ग्वालियर के सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा ने सख्त कार्रवाई करते हुए धरने में शामिल 25 आशा उषा कार्यकर्ताओं को बर्खास्त कर दिया है.
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