छिंदवाड़ा। मप्र के छिंदवाड़ा के सिंगोडी थाने में उस समय हड़कंप मच गया, जब चौकी के अंतर्गत ग्राम घाट पिपरिया घाटोरी की 13 वर्षीय बच्ची शिकायत लेकर पहुंची. बेटी ने बताया कि उसके पिता ने देर रात एक युवक की हत्या कर शव को जंगल में दफना दिया है.
मासूम बच्ची की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल चौकी प्रभारी ने अमरवाड़ा एसडीओपी संतोष डेहरिया और अमरवाड़ा टीआई को इसकी सूचना दी. तत्काल पुलिस टीम घाटपिपरिया गांव पहुंची, जहां उन्होंने शिकायतकर्ता के पिता कन्हैया बरसिया को हिरासत में लेकर पूछताछ की.
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पहले आरोपी कन्हैया बरसिया पहले तो पुलिस को गुमराह करते रहे, लेकिन बाद में जब बच्ची ने अपने कातिल पिता के सामने पूरी कहानी पुलिस को सुनाई, तो कन्हैया भी टूट गया. उसने हत्या की बात कबूल कर ली. पुलिस ने शव को उस जगह से बाहर निकाला, जहां आरोपी ने शव को दफनाया था.
एसडीओपी संतोष डेहरिया ने बताया कि मृतक अजेश वर्मा अमरवाड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम छुई में रहता था. आरोपी कन्हैया बरसिया से उसका कोई परिचय नहीं था. सोमवार की देर शाम अजेश वर्मा बाइक से घर लौट रहे थे कि रास्ते में कन्हैया को मिल गया तो कन्हैया ने अजेश से लिफ्ट ली.
इसके बाद दोनों ने पिंडरई में एक साथ बैठकर शराब पी, फिर कन्हैया को बताने लगा कि उसे भूख लगी है. जिसके बाद कन्हैया उसे अपने घर घाट पिपरिया ले आया, जहां दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया. फिर कन्हैया उसे छल से जंगल में ले गया और भाले से मार डाला.
उसके शव को घर से निकालकर जंगल में दफना दिया. अगर 13 साल की मासूम बच्ची अपने पिता की शिकायत करने सिगोड़ी चौकी नहीं गई होती, तो शायद यह मामला भी मृतक की तरह दब जाता, क्योंकि इस घटना का इकलौता चश्मदीद बच्ची बताई जा रही है.
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