Chhattisgarh Durg 2 officers arrested taking bribe: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने राज्य संपरीक्षा कार्यालय दुर्ग के उप संचालक और सहायक लेखा परीक्षक को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एसीबी ने यह कार्रवाई रिसाली निगम में पदस्थ सेवानिवृत्त कर्मचारी की शिकायत पर की है।
मामले की जानकारी देते हुए एसीबी ने बताया कि नगर पालिका निगम में निगम सचिव के पद से सेवानिवृत्त देवव्रत देवांगन ने उनसे मामले की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि वे अपनी शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इसके बाद भी उनका पदोन्नत पद पर वेतन निर्धारण नहीं किया जा रहा है। इसका सत्यापन कार्य दुर्ग में संचालित उप संचालक राज्य संपरीक्षा कार्यालय में लंबित है।
देवव्रत ने बताया कि सत्यापन कार्य पूर्ण नहीं होने से उन्हें न तो पेंशन का लाभ मिल रहा है और न ही अन्य देयकों का। इसके लिए उन्होंने राज्य संपरीक्षा कार्यालय दुर्ग में पदस्थ उप संचालक दिनेश कुमार और सहायक लेखा परीक्षक होमन कुमार से मुलाकात की।
उन्होंने उन्हें पूरी बात बताई और अपनी मजबूरी बताई, इसके बाद भी उन्होंने सत्यापन कार्य नहीं किया। उन्होंने देवव्रत से 10 हजार रुपए की मांग की। इसके बाद देवव्रत ने इन लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार करवाने का फैसला किया और इसकी शिकायत एसीबी कार्यालय में की।
इसके बाद एसीबी ने पूरे प्लान के तहत दोनों आरोपियों को रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार किया और उनके खिलाफ पीसी एक्ट की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें हिरासत में लिया है।
6000 रुपए में सौदा हुआ डन, फिर पहुंची एसीबी
एसीबी में शिकायत करने के बाद टीम ने देवव्रत को कहा कि वो उन लोगों से डिमांड को और कम करने के लिए दबाव बनाए। देवव्रत उनसे मिला और बोला कि वो 10 हजार रुपए रिश्वत नहीं दे सकता है। काफी बातचीत के बाद सौदा 6000 रुपए में डन हुआ।
पाउडर लगे नोट किए गए जब्त
एसीबी कार्यालय से देवव्रत को पाउडर लगे नोट दिए गए। 11 सितंबर 2024 की दोपहर जैसे ही देवव्रत ने कार्यालय जाकर रिश्वत की रकम दी, पीछे से एसीबी की टीम वहां पहुंच गई। उन्होंने उप संचालक वित्त दिनेश कुमार और सहायक संपरीक्षक होमन कुमार के पास रिश्वत की रकम को जब्त किया।
Read More- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanista Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS