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आरक्षण पर भाजपा का हल्लाबोल: रमन ने कहा- भूपेश सरकार की गलत नीतियों की वजह से राजभवन में अटकी फाइल

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बीजेपी ने आरक्षण को लेकर आज बुधवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। छत्तीसगढ़ बीजेपी के सांसद, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, प्रदेश पदाधिकारी और कार्यकर्ता रायपुर घड़ी चौक स्थित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने भूपेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। गंभीर आरोप लगाते हुए राज्य सरकार पर कई सवाल दागे। 

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने क्वांटिफायबल डाटा की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया और न ही राज्यपाल को भेजा है। इसके कारण आरक्षण अटका हुआ है। सरकार को इस डाटा को राज्यपाल के पास भेजना चाहिए, जिससे आरक्षण का लाभ जल्द से जल्द सभी वर्ग को मिल सके। सीएम भूपेश ने आरक्षण को तोड़- मरोड़कर पेश किया है। जिस आरक्षण को हमने साल 2012 में पेश किया था, उसमें इस सरकार ने कई बदलाव कर दिए हैं। जिस व्यक्ति को हाईकोर्ट भेजा गया। उस व्यक्ति को सरकार ने उपकृत किया है। 

जानबुझकर आरक्षण के साथ खिलवाड़ 
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भूपेश से समय रहते अधिवक्ता खड़ा नहीं कर पाए। कोई बड़ा वकील नहीं खड़ा कर पाए। जानबुझकर आरक्षण के साथ खिलवाड़ किया गया। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों से आज ये असमंजस की स्थिति बनी है। ये सरकार की नीतियों का खामियाजा है। ये सरकार जानबुझकर नौटंकी कर रही है। कांग्रेस की जन अधिकार रैली में साइंस कॉलेज में लोगों को जबरन लाया गया। किसी भी वर्ग का उन्हें समर्थन नहीं मिला। सरकार राज्यपाल के खिलाफ आरोप लगाती है। प्रदेश में आरक्षण नहीं होने से भर्तियां ठप हैं। प्रमोशन नहीं हो रहे हैं। इसका समाधान निकालना छोड़कर सरकार राजभवन का विरोध करने में लगी है। संवैधानिक पदों का विरोध कर रही है। धरना प्रदर्शन को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, धरमलाल कौशिक समेत कई नेताओं से संबोधित किया। 

कवासी बोले- ‘बीजेपी आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर नहीं करने दे रही’
आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने आरक्षण पर कहा कि दुनिया जानती है कांग्रेस पार्टी ने आदिवासी, पिछड़ा वर्ग और गरीबों की लड़ाई लड़ी है। बीजेपी इस मामले में हमेशा से राजनीति करती है। छत्तीसगढ़ की जनता को लाभ देना का काम छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने किया है। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल एक आदिवासी और समझदार महिला हैं। उनके दिल में आदिवासी गरीब के प्रति सम्मान है पर बीजेपी आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर नहीं करने दे रही है।

कांग्रेस ने निकाली थी जन अधिकार रैली
कांग्रेस ने पिछले दिनों राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में जन अधिकार रैली निकाली थी। इस दौरान आरक्षण मामले को लेकर राजभवन और बीजेपी के खिलाफ जमकर शक्ति प्रदर्शन कर विरोध जताई थी। सीएम भूपेश बघेल समेत कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने राजभवन में आरक्षण की फाइल अटकने पर राज्यपाल समेत और छत्तीसगढ़ बीजेपी संगठन को कटघरे में खड़ा किया था। वहीं पिछले दिनों शाम को कांग्रेस ने भी राजभवन में राज्यपाल अनुसुईया उइके से भी मुलाकात की थी। 

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बीजेपी ने आरक्षण को लेकर आज बुधवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। छत्तीसगढ़ बीजेपी के सांसद, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, प्रदेश पदाधिकारी और कार्यकर्ता रायपुर घड़ी चौक स्थित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने भूपेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। गंभीर आरोप लगाते हुए राज्य सरकार पर कई सवाल दागे। 

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने क्वांटिफायबल डाटा की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया और न ही राज्यपाल को भेजा है। इसके कारण आरक्षण अटका हुआ है। सरकार को इस डाटा को राज्यपाल के पास भेजना चाहिए, जिससे आरक्षण का लाभ जल्द से जल्द सभी वर्ग को मिल सके। सीएम भूपेश ने आरक्षण को तोड़- मरोड़कर पेश किया है। जिस आरक्षण को हमने साल 2012 में पेश किया था, उसमें इस सरकार ने कई बदलाव कर दिए हैं। जिस व्यक्ति को हाईकोर्ट भेजा गया। उस व्यक्ति को सरकार ने उपकृत किया है। 

जानबुझकर आरक्षण के साथ खिलवाड़ 

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भूपेश से समय रहते अधिवक्ता खड़ा नहीं कर पाए। कोई बड़ा वकील नहीं खड़ा कर पाए। जानबुझकर आरक्षण के साथ खिलवाड़ किया गया। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों से आज ये असमंजस की स्थिति बनी है। ये सरकार की नीतियों का खामियाजा है। ये सरकार जानबुझकर नौटंकी कर रही है। कांग्रेस की जन अधिकार रैली में साइंस कॉलेज में लोगों को जबरन लाया गया। किसी भी वर्ग का उन्हें समर्थन नहीं मिला। सरकार राज्यपाल के खिलाफ आरोप लगाती है। प्रदेश में आरक्षण नहीं होने से भर्तियां ठप हैं। प्रमोशन नहीं हो रहे हैं। इसका समाधान निकालना छोड़कर सरकार राजभवन का विरोध करने में लगी है। संवैधानिक पदों का विरोध कर रही है। धरना प्रदर्शन को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, धरमलाल कौशिक समेत कई नेताओं से संबोधित किया। 


कवासी बोले- ‘बीजेपी आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर नहीं करने दे रही’

आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने आरक्षण पर कहा कि दुनिया जानती है कांग्रेस पार्टी ने आदिवासी, पिछड़ा वर्ग और गरीबों की लड़ाई लड़ी है। बीजेपी इस मामले में हमेशा से राजनीति करती है। छत्तीसगढ़ की जनता को लाभ देना का काम छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने किया है। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल एक आदिवासी और समझदार महिला हैं। उनके दिल में आदिवासी गरीब के प्रति सम्मान है पर बीजेपी आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर नहीं करने दे रही है।

कांग्रेस ने निकाली थी जन अधिकार रैली

कांग्रेस ने पिछले दिनों राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में जन अधिकार रैली निकाली थी। इस दौरान आरक्षण मामले को लेकर राजभवन और बीजेपी के खिलाफ जमकर शक्ति प्रदर्शन कर विरोध जताई थी। सीएम भूपेश बघेल समेत कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने राजभवन में आरक्षण की फाइल अटकने पर राज्यपाल समेत और छत्तीसगढ़ बीजेपी संगठन को कटघरे में खड़ा किया था। वहीं पिछले दिनों शाम को कांग्रेस ने भी राजभवन में राज्यपाल अनुसुईया उइके से भी मुलाकात की थी। 

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