डिंडौरी में अवैध शराब पर सिस्टम नाकाम: शराब के नशे में डूब रहा गली-गली और मोहल्ला, कलेक्टर के निर्देश को आबकारी का ठेंगा, माफिया के सामने कौन नतमस्तक ?
गणेश मरावी,डिंडौरी। मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले में शराब कारोबारी बेखौफ होकर देशी-विदेशी शराब बेच रहे हैं. धड़ल्ले से अवैध शराब की ब्रिकी जारी है. ठेकेदार गली-गली अवैध शराब की विस्तार कर रहे हैं. पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है. दिनों दिन अवैध शराब को रोकना पुलिस के चुनौती बनती जा रही है।
जिला आबकारी अधिकारी एम आर उईके के द्वारा अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है. मानो तो अवैध शराब के कारोबारियों को पुलिस का खौफ खत्म हो गया है। दरअसल जिला मुख्यालय के मंडला बस स्टैंड के बायपास रोड किनारे स्थित किराना दुकान में धड़ल्ले से अवैध शराब बेची जा रही है।
अवैध शराब कारोबारियों के सामने नतमस्तक आबकारी विभाग
जिला मुख्यालय नर्मदा तटीय क्षेत्र है. जहां से 5 किलोमीटर के दायरे में शराब की बिक्री पर रोक लगाई गई है, लेकिन यहां पर नर्मदा तटीय क्षेत्र के सीमित दायरे में ही अवैध शराब बेचने वालों की भरमार है। इनके सामने पुलिस भी नतमस्तक होते नजर आ रही है।
जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में बिक रही अवैध शराब को रोकने में पुलिस पूरी तरह नाकाम है. पुलिस अभी तक शराब के मुख्य सरगना तक नही पहुंच पाएं है, या फिर शराब के मुख्य सरगना तक पहुंचने के नाम से बीमार हो जाते हैं।
मुख्यालय में पहुंच रही शराब पर पुलिस बेखबर
जिला मुख्यालय नर्मदा तटीय क्षेत्र है. यहां पर माॅ नर्मदा नदी से 5 किलोमीटर की दूरी तक अवैध देशी विदेशी शराब की विक्रय पर रोक लगाई गई है, लेकिन सीमित दायरे के अंदर ही बेखौफ होकर शराब कारोबारी धड़ल्ले से बेच रहे है. जिला मुख्यालय में अवैध शराब कहां से और कैसे पहुंच रही है.
यह पुलिस और आबकारी विभाग की जानकारी से दूर है, या जानबूझकर बचाने की मंशा से अंजान बनने की कोशिश कर कर रहे हैं. यूं भी कहा जा सकता है कि जिला मुख्यालय में पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत से अवैध शराब की विक्रय निरंतर जारी है.
कलेक्टर का निर्देश बेअसर
कलेक्टर विकास मिश्रा के द्वारा कई बार अवैध शराब विक्रय करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है, लेकिन कलेक्टर के सख्त निर्देश के बाद भी जिले में अवैध शराब की ब्रिकी धड़ल्ले से जारी है, जिस तरह अवैध शराब की विक्रय जोर शोर से चल रही है.
इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस और आबकारी विभाग अवैध शराब की विक्रय पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रही है,अभी तक अवैध शराब के मुख्य सरगना अभी तक पुलिस का हांथ नहीं पहुंच सका है।
मामले को लेकर जिला आबकारी अधिकारी मंशाराम उईके ने कहा कि जल्द ही दिखवाता हूं।
- – गली – गली बिक रही शराब पुलिस के लिये बनी चुनौती
- – मुख्यालय में पहुंच रही शराब पर पुलिस बेखबर
- – मुख्य सरगना तक नही पहुंच रहा पुलिस का हाथ
- – पुलिस चाह ले तो शराब की एक बूंद नहीं पहुंचेगी डिंडौरी
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