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मुंगेली में डिप्टी रेंजर कांड की सीक्रेट स्टोरी: पहले ग्रामीण को पीटा, फिर ग्रामीणों ने पीटा, पढ़िए एट्रोसिटी एक्ट और हथकड़ी की कहानी ?

Chhattisgarh Mungeli Deputy Ranger Prabal Kumar Dubey Arrested: छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के खुड़िया वन परिक्षेत्र के डिप्टी रेंजर प्रबल कुमार दुबे को अत्याचार मामले में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने ड्यूटी के दौरान एक आदिवासी की पिटाई कर दी थी.

Chhattisgarh Mungeli Deputy Ranger Prabal Kumar Dubey Arrested: इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने 10 मई को डिप्टी रेंजर की पिटाई कर दी थी, जिसमें सरकारी काम में बाधा डालने और मारपीट का मामला दर्ज किया गया है. मामला अजाक थाना क्षेत्र का है।

दरअसल, 24 नवंबर 2023 को सारगढ़ी में करंट लगने से हथिनी की मौत हो गई थी. इस दौरान उप निरीक्षक प्रबल कुमार दुबे (54) ने सरगढ़ी निवासी विशंभर सिंह को हिरासत में ले लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी.

उसी समय डिप्टी रेंजर ने खुड़िया क्षेत्र के सलगी में दिहाड़ी मजदूर चचेड़ी निवासी भादुराम कोलम (42) को अपने आवास पर बुलाया और जातिसूचक गालियां दीं.

Chhattisgarh Mungeli Deputy Ranger Prabal Kumar Dubey Arrested: उस पर सब्बल से हमला किया गया. इन दोनों मामलों की शिकायत 24 अप्रैल को अजाक थाने में की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हालांकि उन्हें नोटिस जारी किया गया था, लेकिन पुलिस डिप्टी रेंजर को फरार बता रही थी।

ग्रामीणों ने डिप्टी रेंजर की भी पिटाई कर दी

10 मई को गुस्साए ग्रामीणों ने डिप्टी रेंजर प्रबल दुबे की पिटाई कर खुड़िया पुलिस चौकी के हवाले कर दिया था। जिन्हें घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस मामले में भादुराम कोलम, नर्मदा काथले, कुंजबिहारी गोड़ और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.

डिप्टी रेंजर पहले भी जेल जा चुका है

पीड़ित विशंभर सिंह ने जेल से छूटने के बाद 7 मई को अजाक थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। अजाक थाना प्रभारी ज्ञानचंद भोसले ने बताया कि डिप्टी रेंजर प्रबल कुमार दुबे, स्टाफ बजरंग और आशीष के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट का मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले डिप्टी रेंजर एक अन्य पुराने मामले में जेल जा चुके हैं.

7 दिन के भीतर कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी

डिप्टी रेंजर की शिकायत पर आदिवासी समाज के लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद सर्व आदिवासी समाज भी एक्शन मूड में है. उन्होंने लोरमी थाना पहुंचकर एसडीओपी को ज्ञापन सौंपते हुए प्रबल दुबे द्वारा लिखवाए गए दुर्भावनावश रिपोर्ट को 7 दिन के भीतर शून्य करने की मांग की है.

वहीं घटना को लेकर सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग के प्रांतीय अध्यक्ष सुभाष सिंह परते के नेतृत्व में एसडीओपी माधुरी धिरही को ज्ञापन सौंपते हुए 7 दिनों के भीतर कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई.

इस मामले को लेकर एसडीओपी माधुरी धिरही ने बताया कि डिप्टी रेंजर प्रबल दुबे ने बीते दिनों विसंभर गोड़ के साथ गाली गलौज कर जमकर मारपीट की थी. इसकी शिकायत पर उनके खिलाफ एट्रोसिटी के तहत अपराध दर्ज किया गया है, जिन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है.

इस दौरान डिप्टी रेंजर के साथ भी 10 मई को मौके पर आदिवासी समाज के लोगों ने जंगल क्षेत्र में मारपीट की. इसकी शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ नामजद सहित अन्य साथियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने और मारपीट की धारा 186, 553 के तहत अपराध दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई की जा रही है.

 

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