छत्तीसगढ़स्लाइडर

JCCJ से आए नेता को BJP ने बनाया प्रत्याशी: विरोध में उतरे भाजपाई, बोले- बगावत नहीं असंतोष है, प्रदेश अध्यक्ष ने दो टूक कहा- नहीं बदलेंगे टिकट

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के राजिम विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी घोषणा के बाद भाजपा के पुराने और दिग्गज नेताओं की नाराजगी अब खुलकर सामने आने लगी है। सिरकट्टी आश्रम में सनातन रक्षा मंच के बैनर तले भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ता और दिग्गज नेताओं ने प्रत्याशी बदलने को लेकर बैठक कर अपनी नाराजगी जाहिर की है। असंतुष्ट भाजपाइयों ने दूसरी बड़ी बैठक की।

इस बैठक में भाजपा के प्रदेश संदीप शर्मा, श्वेता शर्मा ,मुरलीधर सिन्हा, रामु राम साहू, जितेंद्र सोनकर ,अशोक राजपूत, संजीव चंद्राकार, सरद परकार, अशोक साहू जैसे विधानसभा क्षेत्र के बड़े नेता समेत 100 से भी ज्यादा कार्यकर्ता मौजूद थे।इन्हीं की मौजूदगी में नेताओं ने बदलबो बदलबो रोहित साहू ला बदलबो का नारा लगाया।

अनदेखी के बाद खुलकर सामने आए

टिकट के ऐलान के बाद लगातार विरोध जारी है। मान मनौवल के लिए कई बड़े नेताओं ने अलग-अलग तरीके से बैठक लिया। सभी असंतोष नेताओं ने बड़े नेताओं समेत केंद्रीय नेतृत्व तक अपनी बातें रखी। इस बीच राजिम विस चुनाव कार्यलाय उद्घाटन में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव भी पहुंचे।

टिकट बदलने वाला नहीं है- साव

अरुण साव ने मीडिया के समाने टिकट परिवर्तन के सवाल पर दो टूक जवाब देकर स्पष्ट कर दिया है कि टिकट बदलने वाला नहीं है।इस बयान के बाद अब अशंतुष नेता खुलकर सामने आ गए हैं। भाजपा में दावेदार को लेकर बढ़ती नाराजगी इस बार कांग्रेस के सीट के लिए संजीवनी का काम कर सकता है।

जेसीसीजे के नेता को बीजेपी ने बनाया प्रत्याशी

बीजेपी नेताओं ने बैठक के बाद कहा कि पार्टी ने 18 माह पहले जोगी जनता कांग्रेस से आए रोहित साहू को अपना उम्मीदवार बनाया है। जिसका विरोध बीजेपी कार्यकर्ता और नेता लगातार कर रहे हैं। राजिम विधानसभा के नाराज पार्टी के नेताओं का कहना है कि उन्होंने अपनी बातों को पार्टी के शीर्ष नेताओं तक रखी है और उन्हें उम्मीद है कि पार्टी उनकी मांगों पर जरूर विचार करेगी।

बगावत नहीं आशंतोष हैं

वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का ये भी कहना है कि उनकी मांगों पर पार्टी विचार नहीं करती तो राजिम विधानसभा में भाजपा को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। ऐसा करना उनका अधिकार है। यह बगावत नहीं जायज मांग को लेकर असंतोष है।

Read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanistan Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS

Show More
Back to top button