अनूपपुर। मध्यप्रदेश में कोरोना (MP Corona) संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है. बीते 24 घंटे में 11,000 से अधिक संक्रमित मरीजों (positive cases) की पुष्टि हुई. इसके साथ ही प्रदेश में एक्टिव केसों (Active Cases) की संख्या बढ़कर 61000 के पार पहुंच गई है. इसी बीच अनूपपुर जिले के राजेंद्रग्राम में कोरोना ब्लास्ट हुआ है. एक साथ 11 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है.
इसके साथ ही शहडोल पुलिस यातायात विभाग में कोरोना बम फूटा है. ट्रैफिक डीएसपी समेत 18 कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. ट्रैफिक में लगे करीब 35 कर्मचारियों में 18 ट्रैफिक पुलिस संक्रमित पाए गए हैं. पहले 5 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, इसके बाद में 13 और ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. डीएसपी समेत अब तक 18 लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. इतनी संख्या में पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया है.
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मामले में थाना प्रभारी नरेंद्र पाल ने कहा कि सभी पुलिसकर्मी स्वस्थ हैं. कोरोना के लक्षण के कारण कोविड टेस्ट कराए थे, जिसमें 11 लोग संक्रमित पाए गए हैं. पुलिसकर्मियों को एहतियात के तौर पर होम आइसोलेट हैं, जहां उनका इलाज जारी है. थाने परिसर को भी सैनिटाइज कराया गया है, ताकि कोरोना संक्रमण का चेन टूट सके.
कोरोना के 399 एक्टिव केस
वहीं अनूपपुर CMHO एससी राय ने कहा कि जिले में 399 एक्टिव केस हैं, जिसमें से आज करीब 50 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. फिलहाल जिले में कोई हताहत नहीं है, लेकिन लोग बिना मास्क लगाए घूम रहे हैं, जिससे कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है. कोरोना को लेकर लोग एहतियात बरतें तो कम संक्रमित होंगे, लेकिन सब लापरवाही बरत रहे हैं, जिससे फिर कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं.
CMHO ने की अपील
अनूपपुर CMHO ने कहा कि कोरोना को लेकर अभी खतरे की कोई बात नहीं है. टेस्ट की सीमा रोज बढ़ाई जा रही है. कई लोग कोरोना जांच भी नहीं करा रहे है, जिससे उनके लिए आने वाले समय में घातक हो सकता है. आने वाले समय में मरीजों का आंकड़ा बढ सकता है. साथ ही उन्होंने लोगों से मास्क, सैनिटाइजर और 2 गज की दूरी बरतने की अपील की है.
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ऐसे हुए कोरोना संक्रमित
जानकारों का मानना है कि कार के झांकने, मास्क वितरण, जनसंवाद में लोगों की भीड़, चालानी कार्रवाई में संक्रमण के अधिक संभावनाएं होती है, क्योंकि इस दौरान पुलिसकर्मी संक्रमित व्यक्ति के सीधे और कम दूरी पर सम्पर्क में होता है, जबकि कोरोना गाइडलाइन में यह कहा गया है कि संक्रमण से बचाव में कम से कम २ गज की दूरी आवश्यक है. वहीं जवानों को जांच के दौरान फेस सील्ड, दस्ताना, सैनिटाइजर जैसे कवच का उपयोग करना आवश्यक है, जो कार्रवाई के दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा उपयोग नहीं किए जाते.
बहरहाल, शहडोल संभाग में कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे में अब जिले की सुरक्षा की बागडोर संभालने वाले वर्दीधारी जवान कोरोना की चपेट में आने लगे हैं. पुलिस जवान प्रभावित हो रहे हैं, वहीं परिजनों की परेशानी भी बढ़ गई है, जबकि कम अमले की समस्या से जूझ रहे जिले के थाना क्षेत्र जवानों के संक्रमित होने से असुरक्षित हो चला है, जिसके कारण जवान एक-दूसरे से सुरक्षित बचने की आस में खुद को दूर कर रहे हैं.